Dabur India March Quarter Results: एफएमसीजी कंपनी डाबर इंडिया का जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में कंसोलिडेटेड शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 8 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ 312.73 करोड़ रुपये रहा है। एक साल पहले मुनाफा 341.22 करोड़ रुपये था। होल्डिंग कंपनी के मालिकों के लिए मुनाफा घटकर 320.13 करोड़ रुपये पर आ गया, जो एक साल पहले 349.53 करोड़ रुपये था।
कंपनी ने शेयर बाजारों को बताया है कि मार्च 2025 तिमाही में कंपनी का ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 0.55 प्रतिशत बढ़कर 2,830.14 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले यह 2814.64 करोड़ रुपये था। खर्च बढ़कर 2,559.39 करोड़ रुपये रहा, जो मार्च 2024 तिमाही में 2,490.43 करोड़ रुपये था।
वित्त वर्ष 2025 में कितना मुनाफा
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में Dabur India का शुद्ध कंसोलिडेटेड मुनाफा घटकर 1,740.42 करोड़ रुपये रह गया। वित्त वर्ष 2023-24 में यह 1,811.31 करोड़ रुपये रहा था। कंपनी के मालिकों के लिए मुनाफा 1,767.63 करोड़ रुपये पर आ गया, जो एक साल पहले 1,842.68 करोड़ रुपये था। ऑपरेशंस से कंसोलिडेटेड रेवेन्यू 12,563.09 करोड़ रुपये दर्ज किया गया, जो वित्त वर्ष 2024 में 12,404.01 करोड़ रुपये था।
कितने रुपये का डिविडेंड घोषित
डाबर इंडिया के बोर्ड ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 5.25 रुपये प्रति शेयर के फाइनल डिविडेंड की सिफारिश की है। इस पर 7 अगस्त को होने वाली कंपनी की सालाना आम बैठक में शेयरहोल्डर्स की मंजूरी ली जाएगी। डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट की घोषणा अभी नहीं हुई है। इससे पहले कंपनी वित्त वर्ष 2025 के लिए 2.75 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड दे चुकी है। डाबर इंडिया ने वित्त वर्ष 2024 के लिए 2.75 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम डिविडेंड और इतने ही रुपये का फाइनल डिविडेंड बांटा था।
7 मई को डाबर इंडिया का शेयर बीएसई पर फ्लैट नोट पर 480.85 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी का मार्केट कैप 85200 करोड़ रुपये है। शेयर 3 महीनों में 9 प्रतिशत नीचे आया है। कंपनी में मार्च 2025 के आखिर तक प्रमोटर्स के पास 66.27 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
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