कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस कंपनी के सीनियर एक्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट और हेड इक्विटी हेमंत कनावाला ने मनीकंट्रोल को दिए एक इंटरव्यू में कहा, "बैंकों के लिए, FY24 क्रेडिट ग्रोथ FY23 की तुलना में धीमी रहने की उम्मीद है, लेकिन अभी भी ये लगभग 13 प्रतिशत पर रहने की संभावना है।" उनका मानना है कि वित्त वर्ष 24 में पूरे साल वित्त वर्ष 23 की तुलना में मार्जिन स्थिर रहना चाहिए। इसके अलावा क्रेडिट लागत भी अनुकूल रहने की उम्मीद है। इसलिए उन्होंने आगे कहा कि आने वाली तिमाहियों में बैंक अर्निंग में डबल डिजिट में वृद्धि दिखा सकते हैं।
उनका मानना है कि यदि अमेरिकी डॉलर उच्च वित्तीय घाटे और मुद्रास्फीति के कारण दबाव में आ सकता है, तो सभी जोखिम वाले एसेट्स जैसे एमर्जिंग मार्केट इक्विटी, डेट और सोना अच्छा प्रदर्शन करेंगे।
भारत के दृष्टिकोण से फंड मैनेजमेंट इंडस्ट्री में 15 से अधिक वर्षों के अनुभव वाले कानावाला का कहना है कि 18 महीने के कंसोलिडेशन और दीर्घकालिक औसत के साथ वैल्यूएशन कन्वर्जिंग के बाद इक्विटी आकर्षक लग रहे हैं।
प्रश्न: वे कौन से सेक्टर हैं जो आगे चलकर विशाल अल्फा उत्पन्न कर सकते हैं?
इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम घरेलू अर्थव्यवस्था पर रचनात्मक बने हुए हैं। सरकार ने भारत में निवेश चक्र को पुनर्जीवित करने पर बहुत जोर दिया है, जिससे बैंकिंग और कैपिटल गुड़्स सेक्टर को मदद मिलेगी। केमिकल सेक्टर चीन से भारत में मैनुफैक्चरिंग शिफ्टिंग के फायदे देख रहा है। ये सेक्टर बहु-वर्षीय ग्रोथ के मौके उपलब्ध करा सकता है।
प्रश्न: क्या आपको लगता है कि खपत या कंजम्पशन सेक्टर की कहानी बदलेगी?
इस पर हेमंत कानावाला ने कहा कि उच्च मुद्रास्फीति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था में मंदी से खपत सेक्टर प्रभावित हुआ है। निवेश पर सरकार के फोकस से अधिक रोजगार पैदा होने चाहिए। इससे खपत को बढ़ावा मिलेगा।
इसके साथ ही हमें मानसून पर नजर रखने की जरूरत है, जो ग्रामीण मांग को प्रभावित कर सकता है। इसलिए हम दूसरी छमाही में खपत में तेजी देख सकते हैं।
प्रश्न: क्या बैंक आने वाली तिमाहियों में, विशेषकर Q4FY23 के आंकड़ों के बाद अर्निंग में स्वस्थ वृद्धि दिखना जारी रखेंगे?
हेमंत ने कहा कि FY24 की क्रेडिट ग्रोथ FY23 की तुलना में धीमी रहने की उम्मीद है लेकिन अभी भी लगभग 13 प्रतिशत पर कायम है। हालांकि डिपॉजिट की लागत में वृद्धि के कारण वित्त वर्ष 2023 के मजबूत एक्जिट रेट से मार्जिन कम हो जाएगी। यह पूरे वर्ष के लिए वित्त वर्ष 23 की तुलना में वित्त वर्ष 24 में स्थिर रहने की उम्मीद है। क्रेडिट लागत भी अनुकूल रहने की उम्मीद है। इसलिए मेरा मानना है कि बैंक आने वाली तिमाहियों में अर्निंग में डबल डिजिट ग्रोथ दिखा सकते हैं।
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