टाटा एआईए लाइफ इंश्योरेंस के मुख्य निवेश अधिकारी हर्षद पाटिल (Tata AIA Life Insurance chief investment officer Harshad Patil) को उम्मीद है कि रेपो रेट के संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) लंबे समय तक रुकेगा। उनका कहना है कि इस वित्तीय वर्ष के अंत में दर में कटौती की भविष्यवाणी करना जल्दबाजी होगी। इसका कारण ये है कि मध्यम अवधि में महंगाई के अनुमानों में अभी भी कई मूविंग पार्ट्स हैं। इनवेस्टमेंट सेक्टर में 20 वर्षों से अधिक के अनुभव वाले पाटिल भारत की आर्थिक वृद्धि को लेकर आश्वस्त हैं। उन्होंने मनीकंट्रोल को बताया कि जीडीपी में मजबूत सुधार स्मॉल-कैप जगत के लिए अच्छा संकेत है। किसी सेक्टर पर व्यापक कॉल की बजाय वे स्टॉक-स्पेसिफिक अप्रोच की सलाह देते हैं।
पेश है उसके साक्षात्कार के संपादित प्रमुख अंश:
क्या आपको लगता है कि बाजार ने वित्त वर्ष 24 के अंत में संभावित रेपो दर में कटौती की कीमत तय करना शुरू कर दिया है? क्या आपको उम्मीद है कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) Q4FY24 में अपनी पहली दर कटौती की घोषणा करेगा?
इसके जवाब में पाटिल ने कहा निश्चित आय बाजार इस उम्मीद से समर्थित है कि सामान्य मानसून पर अगले कुछ महीनों में CPI महंगाई RBI की सीमा के भीतर रह सकती है। हालांकि RBI की ओर से रेपो दर में किसी और बढ़ोतरी की संभावना काफी कम हो गई है। हम उम्मीद करते हैं कि RBI की MPC लंबे समय तक रुकी रहेगी।
हमारा मानना है कि इस वित्तीय वर्ष के अंत में किसी भी दर में कटौती के संबंध में कोई निश्चित भविष्यवाणी करना जल्दबाजी होगी। इसका कारण ये है कि मध्यम अवधि में महंगाई के अनुमानों में अभी भी कई परिवर्तन दिख सकते हैं।
क्या आपको लगता है कि उभरते बाजारों में धन निवेश जारी रहेगा?
हमारा मानना है कि कई उभरते बाजार धन निवेश को आकर्षित करना जारी रखेंगे। भारतीय बाजारों को इन निवेश से लाभ होगा। इस समय भारत के मैक्रो फंडामेंटल्स मजबूत विकास, सौम्य महंगाई और मजबूत बाहरी मेट्रिक्स के साथ अच्छे स्थान पर बने हुए हैं।
एक सेक्टर जिस पर आप बुलिश हैं?
हम बॉटम-अप स्टॉक-पिकिंग अप्रोच में विश्वास करते हैं और मौजूदा स्तरों पर विशेष स्टॉक के फंडामेंटल्स को देखेंगे। इसलिए, हम निवेश निर्णय लेने से पहले केवल सेक्टर को आधार नहीं मानते हैं।
क्या आप टेक्नोलॉजी सेक्टर में अपना एक्सपोजर बढ़ा रहे हैं, खासकर Q1FY24 की नतीजों और टिप्पणियों के बाद?
हालिया नतीजों और टिप्पणियों को देखते हुए टेक्नोलॉजी सेक्टर के बारे में हमारा नजरिया न्यूट्रल है। हम सेक्टर पर व्यापक निर्णय लेने के बजाय कंपनी के प्रदर्शन को देखते हैं।
स्मॉल कैप डिस्कवरी फंड के लॉन्च के पीछे आपकी क्या रणनीति है?
हर्षद पाटिल ने कहा कि आमतौर पर एक सेक्टर के रूप में स्मॉलकैप, लार्जकैप की तुलना में अधिक वोलैटाइल होते हैं। जोखिम को कम करने के लिए, हम अधिक जोखिम उठाने की क्षमता वाले निवेशकों से स्मॉल-कैप शेयरों में लंबी अवधि, जैसे पांच से 10 साल के लिए निवेश करने का आग्रह करते हैं। इसके साथ ही नियमित रूप से समय-समय पर प्रीमियम का भुगतान करके और बाजार के वोलैटाइल करेक्टिव फेज में निवेशित रहकर वोलैटिलिटी को एवरेज करना महत्वपूर्ण होता है।
उन्होंने कहा, इस समय भारतीय अर्थव्यवस्था मल्टी-ईयर ग्रोथ के शिखर पर है। ये इक्विटी बाजारों में व्यापक वैल्यू-क्रिएशन के अवसर पेश करेगी। वित्त वर्ष 22 और वित्त वर्ष 23 में भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती शीर्ष 10 अर्थव्यवस्था में से एक रहा है। वित्त वर्ष 24 में भी ऐसा ही रहने की संभावना है। हमारा मानना है कि GDP में इतना मजबूत आर्थिक सुधार स्मॉल-कैप के प्रदर्शन के लिए अच्छा है।
(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)