Multibagger Stocks: पंखा, एसी और लाइट बनाने वाली दिग्गज कंपनी हैवेल्स इंडिया (Havells India) के शेयर गुरुवार को एक साल के हाई पर पहुंच गए थे लेकिन उसके बाद से यह 7 फीसदी से अधिक टूट चुका है। हालांकि लॉन्ग टर्म के हिसाब से देखें तो इसने महज 14 साल में 82 हजार रुपये को एक करोड़ की पूंजी बना दिया। अब आगे की बात करें तो जून तिमाही के उम्मीद से बेहतर नतीजे के दम पर घरेलू ब्रोकरेज फर्म एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने इसकी ऐड रेटिंग को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज के मुताबिक मौजूदा लेवल से अभी यह 11 फीसदी ऊपर चढ़ सकता है। इसके शेयर शुक्रवार को बीएसई पर 3.36 फीसदी की गिरावट के साथ 1303.10 रुपये (Havells Share Price) पर बंद हुए थे।
14 साल में बना दिया करोड़पति
हैवेल्स के शेयर 6 मार्च 2009 को 10.61 रुपये में मिल रहे थे। शुक्रवार 21 जुलाई को यह 1303.10 रुपये के भाव पर बंद हुआ यानी कि 14 साल में इसने निवेशकों की पूंजी 12182 फीसदी बढ़ाई है और 82 हजार रुपये के निवेश पर करोड़पति बना दिया। पिछले एक साल में शेयरों के चाल की बात करें तो पिछले साल 26 दिसंबर 2022 को यह एक साल के निचले स्तर 1092 रुपये पर था। इसके बाद खरीदारी का रुझान बढ़ा और 7 महीने में यह करीब 29 फीसदी उछलकर 20 जुलाई यानी इसी हफ्ते गुरुवार को एक साल के हाई 1408 रुपये पर पहुंच गया। हालांकि इसके बाद मार्केट के कमजोर सेंटिमेंट और मुनाफावसूली के चलते भाव में सुस्ती आई जिसके चलते शेयर इस हाई लेवल से 7 फीसदी से अधिक नीचे आ गए।
Havells में अब आगे क्या है रुझान
चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही अप्रैल-जून 2023 में कंपनी का रेवेन्यू सालाना आधार पर 14 फीसदी बढ़ गया जो ब्रोकरेज फर्म एचडीएफसी सिक्योरिटीज के 8 फीसदी के अनुमान से काफी अधिक रहा। बी2बी सेगमेंट में इंफ्रास्ट्रक्टर के सपोर्ट से बी2सी सेगमेंट में जो सुस्ती छाई हुई थी, कंपनी के लिए उसकी भरपाई हो गई।
ब्रोकरेज का मानना है कि बी2सी सेगमेंट में अभी भी सुस्ती रह सकती है। हालांकि बी2बी पोर्टफोलियो के सपोर्ट और महंगाई कम होने पर बी2सी में मांग सुधरने से इसे सपोर्ट मिलेगा और इसके चलते इस वित्त वर्ष की पहली छमाही यानी अप्रैल-सितंबर 2023 मजबूत रह सकती है। इन सब बातों को देखते हुए ब्रोकरेज ने जून 2025 के ईपीएस पर 48x P/E के हिसाब से 1450 रुपये के टारगेट पर इसकी ऐड रेटिंग को बरकरार रखा है।
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