ग्रीन पोर्टफोलियो पीएमएस के फाउंडर दिवाम शर्मा का कहना है कि वित्त वर्ष 2024 में 7 फीसदी की ग्रोथ हासिल करना कोई बड़ी बात नहीं होगी क्योंकि जीडीपी का आंकड़ा अनुमान से अधिक रहने की संभावना है। मनीकंट्रोल से हुई बातचीत में दिवाम शर्मा ने आगे कहा कि पीएमआई, आईआईपी, महंगाई और जीएसटी संग्रह से भी अच्छे रुझान देखने को मिल रहे हैं। शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट का 15 सालों से ज्यादा का अनुभव वाले शर्मा का मानना है कि निफ्टी 50 इंडेक्स कैलेंडर वर्ष 2023 के अंत तक 20000 से ऊपर बंद होते दिख सकता है।
उन्होंने आगे कहा बाजार के लिए इस समय कई अच्छे फैक्टर नजर आ रहे हैं। एफपीआई एक बार फिर से भारतीय इक्विटी मार्केट पर मेहरबान है। इसके अलावा घरेलू म्यूचुअल फंड की तरफ से भी बाजार में पैसे आ रहे हैं। इसके चलते भरतीय इक्विटीज के वैल्यूएशन में और बढ़त हो सकती है। निफ्टी के नजरिए से देखें तो यहां से फाइनेंशियल शेयरों में और तेजी आ सकती है। इनका बाजार की तेजी अब तक बड़ा योगदान रहा है।
बाजार पर बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि वित्त वर्ष 2024 में कंपनियों के मार्जिन और वॉल्यूम में अच्छी ग्रोथ की संभावना है। प्रोमोटरों की ओर से पॉजिटिव आउटलुक की संभावना है। 'चाइना प्लस वन' की रणनीति भारत के पक्ष में बहुत अच्छे से चल रही है। इसके चलते देश से होने वाले निर्यात में बढ़त देखने को मिल रही है।
आईटी सेक्टर इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में साबित होगा छुपा रुस्तम
क्या आप FMCG स्पेस को लेकर सुपर बुलिश हैं? कौन सा सेक्टर छुपा रुस्तम साबित हो सकता है? इसके जवाब में दिवम ने कहा कि वे एफएमसीजी पर तटस्थ हैं। उनका मानना है कि हमें अभी भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था के गति पकड़े का इंतजार है। बढ़ती महंगाई खपत को प्रभावित करेगी।
दिवम का मानना है कि आईटी सेक्टर इस वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में छुपा रुस्तम (डार्क हॉर्स) साबित हो सकता है। बड़ी आईटी कंपनियां आकर्षक वैल्यूएशन पर आ गई हैं। दूसरी छमाही में ऑर्डर बुक आउटलुक के मामले में सेक्टर में बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं। आईटी सेक्टर में एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) पर फोकस करने वाली कंपनियों में आगे अच्छी तेजी देखने को मिलेगी।
क्वालिटी माइक्रोकैप्स में करें निवेश
क्या आपको अब भी मिडकैप के मुकाबले स्मॉलकैप में ज्यादा मौके दिख रहे हैं? इस पर दिवम ने कहा कि अप्रैल के बाद से स्मॉल और मिडकैप ने शानदार प्रदर्शन किया है। हमें अभी भी इनमें और तेजी आने की संभावना दिख रही है। निवेशकों को क्वालिटी माइक्रोकैप्स में निवेश के मौकों की तलाश करनी चाहिए। ऐसे कंपनियों पर फोकस होना चाहिए जिनका कॉर्पोरेट गवर्नेन्स और बिजनेस मॉडल अच्छा हो।
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