बजाज आलियांज लाइफ इंश्योरेंस (BALIC) के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफीसर संपत रेड्डी ने मनीकंट्रोल के साथ एक साक्षात्कार में कहा है कि आगामी तिमाही नतीजों का मौसम अच्छा रहने की उम्मीद है। खासकर फाइनेंशियल, इंडस्ट्रियल और कैपिटल गुड्स जैसे घरेलू इकोनॉमी पर आधारित कंपनियों के नतीजे ज्यादा अच्छे रह सकते हैं। इन सेक्टरों ने मजबूत आर्थिक सुधार और बढ़ती घरेलू मांग दम पर मजबूत ग्रोथ जारी रखा है। हालांकि, उन्हें उम्मीद है कि तीसरी तिमाही (Q3FY24) में आईटी सेक्टर के नतीजे कमजोर रह सकते हैं।
एफएमसीजी सहित खपत वाले सेक्टर में धीमी ग्रोथ की आशंका
फंड मैनेजमेंट का दो दशकों से ज्यादा का अनुभव रखने वाले संपत को कमजोर ग्रामीण मांग के कारण एफएमसीजी सहित खपत वाले सेक्टर में धीमी ग्रोथ की आशंका है। बाजार पर बात करते हुए संपत रेड्डी ने कहा कि ग्लोबल लेवल पर मौद्रिक नीतियों में सख्ती के चलते प्रतिकूल परिस्थितियों के बावजूद, भारतीय अर्थव्यवस्था और इसके बाजारों ने 2023 में जोरदार मजबूती दिखाई है। साल 2024 की शुरुआत भी उच्च महंगाई, भू-राजनीतिक तनावों और एफपीआई की बिकवाली के साथ हुई है। बाद में इन दबावों में धीरे-धीरे कमी आने से निवेशकों के सेंटीमेंट में सुधार आएगा।
2024 में भारत की आर्थिक वृद्धि मजबूत रहने की उम्मीद
आगे घरेलू खपत, सरकारी खर्च और निजी निवेश में धीरे-धीरे तेजी आने के साथ ही 2024 में भारत की आर्थिक वृद्धि मजबूत रहने की उम्मीद है। हालांकि ग्लोबल ब्याज दरें, कच्चे तेल की कीमतों में उठापटक और आगामी घरेलू चुनावों जैसी अनिश्चितताएं बनी हुई हैं। इसके बावजूद भारतीय विकास की कहानी लगातार आकर्षक बनी हुई है, जो निवेशकों को लंबी अवधि में जोरदार कमाई कराने की संभावना से भरपूर है।
फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर में 2024 में भी रहेगी तेजी
संपत रेड्डी का कहना है कि फाइनेंशियल सर्विसेज सेक्टर ने 2023 के दौरान अच्छा प्रदर्शन किया। मजबूत फंडामेंटल्स, आर्थिक स्थितियों में सुधार और सही वैल्युएशन को देखते हुए लगता है कि ये सेक्टर 2024 में भी जोरदार प्रदर्शन करेगा।
रेलवे और डिफेंस शेयर हुए महंगे, यूटिलिटी शेयरों में कमाई के मौके
उन्होंने आगे कहा कि भारतीय बाजार में अब तक काफी अच्छी तेजी आई है। खासकर रेलवे और डिफेंस जैसे सेक्टर मजबूत ऑर्डर बुक और बढ़ते सरकारी खर्च के दम पर खूब भागे हैं। लेकिन अब उनका वैल्यूएशन बढ़ा हुआ लग रहा है।
वहीं, दूसरी तरफ गैस यूटिलिटीज ने इस रैली में ज्यादा भाग नहीं लिया है। ऐसे में इनका वैल्यूएशन अपेक्षाकृत सस्ता दिख रहा है। गैस यूटिलिटी शेयरों के फंडामेंटल्स मजबूत हैं। बढ़ते शहरीकरण और औद्योगीकरण के साथ स्वच्छ ऊर्जा स्रोतों पर बढ़ता फोकस, प्राकृतिक गैस की दीर्घकालिक मांग के लिए अच्छा संकेत है।
इसके अलावा गैस वितरण बुनियादी ढांचे के विस्तार पर सरकार के फोकस इस सेक्टर की संभावनाओं को और मजबूती मिल रही है। ऐसे में सरकार के मालिकाना हक वाली यूटिलिटीज में लंबी अवधि के नजरिए से निवेश के अच्छे मौके दिख रहे हैं।
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