सिर्फ हाल में आई गिरावट को देखते हुए आईटी शेयरों में निवेश करने का ये सही समय नहीं है। आईटी सेक्टर को लेकर तमाम अनिश्चितताएं जुड़ी हुई हैं। दुनिया के बड़े देशों के माइक्रो आंकड़ों में नरमी, आईटी कंपनियों को मिल रहे ऑर्डरों की संख्या में कमी और विकसित देशों की इकोनॉमी में संभावित मंदी कुछ ऐसे फैक्टर हैं जो आईटी सेक्टर पर दबाव बनाए रखेंगे। ये बातें ग्रीन पोर्टफोलियों के दिवम शर्मा ने मनीकंट्रोल के साथ हुई बातचीत में कही हैं। बता दें कि दिवम शर्मा ग्रीन पोर्टफोलियो के फाउंडर हैं। इनको स्टॉक मार्केट में इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट का 13 साल से ज्यादा का अनुभव है।
स्पेशिएलिटी केमिकल सेक्टर में होगी जोरदार कमाई
दिवम शर्मा का मानना है कि 2023 में स्पेशिएलिटी केमिकल सेक्टर में जोरदार कमाई होने की संभावना है। स्पेशिएलिटी शेयरों के वैल्यूएशन इस समय काफी अच्छे नजर आ रहे हैं। इसके अलावा आगे केमिकल एक्सपोर्ट बाजार में भारत की हिस्सेदारी बढ़ने की संभावना है। जिसका फायदा स्पेशिलएलिटी कंपनियों को मिलता नजर आएगा।
स्पेशिएलिटी केमिकल शेयरों को कमोडिटी कीमतों में गिरावट का भी मिलेगा फायदा
उन्होंने आगे कहा कि स्पेशिएलिटी केमिकल सेक्टर के रेवेन्यू और मार्जिन में आई गिरावट को बाजार अब पचा चुका है। वैसे भी पिछले एक साल में ये सेक्टर काफी पिटा है। इस पिटाई के बाद इस सेक्टर के शेयर अब वैल्यूएशन के लिहाज से अच्छे लग रहे हैं। कंपनियां अपनी क्षमता विस्तार पर खर्च बढ़ा रही हैं। इससे आगे कंपनियों के कारोबार में और बढ़त देखने को मिल सकती है। इसके अलावा इस सेक्टर को कमोडिटी की कीमतों में गिरावट का भी फायदा मिलेगा।
नए साल में इक्विटी बाजार के सामने होंगी कुछ नई चुनौतियां
2023 में कैसा रह सकता है बाजार, इस सवाल का जवाब देते हुए दिवम शर्मा ने कहा कि नए साल में इक्विटी बाजार के सामने कुछ नई चुनौतियां होंगी। चीन में कोरोना के चलते लागू लॉकडाउन के कारण सप्लाई चेन से जुड़ी दिक्कतें पैदा हो सकती हैं। इसके अलावा कोविड की नई लहर भी देखने को मिल सकती है। कुछ विकसित देश साल 2023 में मंदी में जाते नजर आ सकते हैं। जिससे ग्लोबल ग्रोथ पर निगेटिव असर पड़ सकता है। भारत के एक्सपोर्ट में गिरावट देखने को मिल सकती है। वहीं ब्याज दरों में बढ़ोतरी के कारण बॉन्ड मार्केट ज्यादा आकर्षक हो सकता है। जिससे इक्विटी में आने वाला निवेश धीमा पड़ सकता है।
अमेरिका में अभी और बढ़ेगी दरें
अमेरिका में ब्याज दरों में कितनी हो सकती है बढ़ोतरी? इस सवाल का जवाब देते हुए दिवम शर्मा ने कहा कि यूएस फेड ब्याज दरों में 50 बेसिस प्वाइंट की और बढ़ोतरी करता नजर आ सकता है। इसकी टर्मिनल रेट 5.25 फीसदी हो सकती है।
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