Data Center Stocks: 2030 तक चार गुना हो जाएगा डेटा सेंटर का बाजार, इन 5 स्टॉक्स पर रखें नजर
Data Center Stocks: भारत का डेटा सेंटर बाजार 2030 तक चार गुना बढ़कर 5 गीगावॉट तक पहुंच सकता है। सरकार की नीतियों, डिजिटलाइजेशन और विदेशी निवेश से इस सेक्टर में तेजी आ रही है। जानिए किन 5 प्रमुख स्टॉक्स पर नजर रखनी चाहिए।
Data Center Stocks: डेटा सेंटर की मौजूदा मार्केट वैल्यू लगभग 10 अरब डॉलर है।
Data Center Stocks: भारत में डेटा सेंटर का तेजी से विस्तार हो रहा है। Avener Capital के मुताबिक, इसकी कैपेसिटी 2030 तक करीब 5 गीगावॉट पहुंचने वाली है, जो 2024 में 1.3 गीगावॉट थी। इस विस्तार के लिए करीब 20 से 22 अरब डॉलर का निवेश आएगा। डेटा सेंटर की मौजूदा मार्केट वैल्यू लगभग 10 अरब डॉलर है। यह बाजार 25% की सालाना ग्रोथ रेट (CAGR) से बढ़ रहा है। भारत में डेटा सेंटर की लागत काफी कम है, जिससे यह निवेश के लिए सबसे मुफीद जगहों में से एक बन रहा है।
डेटा सेंटर बूम के 5 बड़े कारण
सरकार की पॉलिसी: सरकारी सपोर्ट ने भारत को डेटा सेंटर का हॉटस्पॉट बनाने में अहम भूमिका निभाई है। डिजिटल इंडिया जैसी योजनाएं, डेटा सेंटर को क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर का दर्जा, लोकल डेटा स्टोरेज कानून और जमीन, बिजली व मंजूरी पर मिलने वाली छूट ने भारत की स्थिति को मजबूत किया है।
तेजी से डिजिटलाइजेशन: 85 करोड़ से ज्यादा इंटरनेट यूजर और स्मार्टफोन की बढ़ती पैठ भारत को तेजी से डिजिटल बना रही है। ई-कॉमर्स, फिनटेक, एडटेक, एआई और ओटीटी प्लेटफॉर्म के विस्तार ने बड़े पैमाने पर स्केलेबल डेटा इंफ्रास्ट्रक्चर की मांग को जन्म दिया है।
अंडरपेनिट्रेटेड मार्केट: भारत का एआई बाजार तेजी से बढ़ रहा है और 2027 तक 20–22 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, सालाना 30% की रफ्तार से। हालांकि भारत दुनिया के डेटा का करीब 20% बनाता है, लेकिन वैश्विक डेटा सेंटर क्षमता में इसकी हिस्सेदारी केवल 3% है। यानी बड़े पैमाने पर नए डेटा सेंटर बनाने का अवसर है।
विदेशी निवेश: गूगल, एमेजॉन वेब सर्विसेज (AWS), माइक्रोसॉफ्ट और ब्लैकस्टोन जैसे दिग्गज भारत के डेटा सेंटर बाजार में अरबों डॉलर का निवेश कर रहे हैं। इतना ही नहीं, OpenAI भी अपने ग्लोबल 'Stargate' प्रोजेक्ट के तहत भारत में 1 गीगावॉट का एआई डेटा सेंटर बनाने की तैयारी में है।
डेटा सेंटर बिजनेस की 5 प्रमुख कंपनियां
Anant Raj
रियल एस्टेट से शुरू हुई Anant Raj ने डेटा सेंटर और क्लाउड सर्विसेज में बड़ा दांव लगाया है। जून तिमाही में इसकी 28 ऑपरेशनल कैपेसिटी मेगावॉट रही। मानेसर और पंचकुला (7 MW) डेटा सेंटर चालू हो चुके हैं। कंपनी ने जून तिमाही में (Q1FY26) में 592 करोड़ रुपये की आय दर्ज की, जो 26% YoY ज्यादा है। शुद्ध लाभ (PAT) 38% बढ़कर 126 करोड़ रुपये रहा।
Cummins India
Cummins India मिशन-क्रिटिकल सेक्टर्स को पावर सॉल्यूशंस देती है। इनमें डेटा सेंटर भी शामिल हैं। जून तिमाही में डेटा सेंटर से पावरजेन सेगमेंट की बिक्री का 15–20% आया। कंपनी ने बैटरी एनर्जी स्टोरेज सॉल्यूशंस (BESS) भी लॉन्च किया है, जो डेटा सेंटर बैकअप पावर और सोलर जैसी रिन्यूएबल एनर्जी के साथ जुड़ता है। जून तिमाही में कंपनी की बिक्री 26% बढ़कर 2,859 करोड़ रुपये और शुद्ध लाभ 770 करोड़ रुपये रहा।
E2E Networks
E2E Networks एआई-सेंट्रिक कंपनी है, जो क्लाउड कंप्यूटिंग-बेस्ड डेटा सेंटर सर्विसेज देती है। हाल ही में एलएंडटी (L&T) ने कंपनी में 21% हिस्सेदारी 1,406 करोड़ रुपये में खरीदी है। सितंबर में कंपनी का शेयर 29% बढ़ा है। कंपनी को MeitY से 177 करोड़ रुपये का नया ऑर्डर मिला है, जो इंडिया एआई मिशन का हिस्सा है।
Netweb Technologies
Netweb Technologies हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग (HPC) और डेटा सेंटर सॉल्यूशंस की दिग्गज कंपनी है। कंपनी ने Skylus.ai नाम से नया एआई ऑर्केस्ट्रेशन प्लेटफॉर्म लॉन्च किया है और NVIDIA के साथ सर्वर मैन्युफैक्चरिंग में पार्टनरशिप की है। जून तिमाही में Netweb का रेवेन्यू 102% बढ़कर 301.2 करोड़ रुपये और मुनाफा दोगुना होकर 30.5 करोड़ रुपये पहुंच गया।
L&T Cloudfiniti मुंबई और चेन्नई में 30 MW क्षमता के साथ सक्रिय है और 2027 तक 150 MW तक पहुंचने की योजना बना रही है। कंपनी 3,600 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है। वहीं, AdaniConneX, अदाणी एंटरप्राइजेज और EdgeConneX का जॉइंट वेंचर है। यह 2030 तक 1 गीगावॉट कैपेसिटी का लक्ष्य लेकर चल रहा है। अभी इसकी 210 MW क्षमता तीन डेटा सेंटर (चेन्नई, हैदराबाद, नोएडा) में चालू है।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।