Defence Stocks: पिछले आठ कारोबारी दिनों में सात कारोबारी दिनों में गिरावट के बाद आज डिफेंस शेयरों में खरीदारी का शानदार रुझान दिखा। गिरावट के चलते डिफेंस स्टॉक्स का वैल्यूएशन आकर्षक हो गया जिसके चलते खरीदारी के लिए निवेशक टूट पड़े। इससे पहले आठ कारोबारी दिनों में करीब 8% टूटने के बाद आज निफ्टी इंडिया डिफेंस (Nifty India Defence Index) इंडेक्स करीब 2% उछल गया। ओवरऑल बात करें तो घरेलू स्टॉक मार्केट में आज खरीदारी का रुझान है और इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्सेज सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी 50 (Nifty 50) ग्रीन जोन में हैं।
सबसे अच्छी खरीदारी का रुझान Data Patterns में
डिफेंस स्टॉक्स में आज खरीदारी का अच्छा रुझान दिखा। सबसे अच्छी तेजी डेटा पैटर्न्स में दिखी जिसके शेयर 4% से अधिक उछल गए और फिलहाल यह ₹2,667.00 पर है। इसके अलावा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स (Bharat Electronics) और गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (Garden Reach Shipbuilders & Engineers) के शेयर आज 3% तक उछल गए। फिलहाल भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर ₹2.92% की बढ़त के साथ ₹388.20 और गार्डन रीच के शेयर 2.18% के उछाल के साथ ₹2,636.90 पर हैं। बीईएमएल के शेयर अभी 2.22% की बढ़त के साथ ₹3,930.20 और हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) 1.88% उछलकर ₹4,522.30 पर पहुंच गया। हालांकि निफ्टी इंडिया डिफेंस इंडेक्स पर तीन स्टॉक्स- जेन टेक्नोलॉजीज (Zen Technologies), सिएंट डीएलएम (Cyient DLM) और यूनीमेच ऐरोस्पेस के शेयर रेड जोन में हैं।
बता दें कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान डिफेंस स्टॉक्स 40-80% तक उछल गए थे। इसे नाटो की डिफेंस पर बढ़ती खरीदारी से भी सपोर्ट मिला। हालांकि इसके बाद निवेशकों का फोकस कंपनियों के कारोबारी नतीजे पर हो गया। मझगांव डॉक और भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के कारोबारी नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे जिसने हाई वैल्यूएशन को लेकर चिंता बढ़ा दी।
क्या कहना है एक्सपर्ट्स का?
INVasset PMS के बिजनेस हेड भाविक जोशी का कहना है कि लड़ाकू विमामों के इंजनों के देश में निर्माण, एक्सपोर्ट कॉन्ट्रैक्ट्स के विस्तार, और बढ़ी पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के चलते डिफेंस सेगमेंट में लॉन्ग-टर्म के लिए माहौल मजबूत हो रहा है। भाविक का कहना है कि इस समय माहौल की बजाय मजबूत ऑर्डर बुक, काम पूरा करने की क्षमता और निर्यात को लेकर तैयारी पर नजर रखने की जरूरत है। भाविक ने कहा कि निवेशकों को ऐसे स्टॉक्स पर नजर रखनी चाहिए जो नियर-टर्म की वोलैटिलिटी और मीडियम-टर्म के रुझान के बीच बेहतर बैलेंस दिखा सके।
Wealth1 के सीईओ और पार्टनर नरेन अग्रवाल का भी कहना है कि भारत में डिफेंस सेक्टर का फंडामेंटल मजबूत बना रहने वाला है। नरेन का कहना है कि घरेलू जुटान, निर्यात की बढ़ती संभावनाएं और 'मेक इन इंडिया' जैसी नीतियों से इस सेक्टर को सपोर्ट मिलेगा। ऐरोस्पेस, नैवल सिस्टम और मिसाइल टेक्नोलॉजी जैसे सेगमेंट से मजबूत ऑर्डर्स से इस सेक्टर के लॉन्ग टर्म तक मजबूत रहने की संभावना है। नरेन का कहना है कि निवेशकों के लिए यह फिर से मूल्यांकन करने का मौका है और उन्हें क्वालिटी पर फोकस करना चाहिए। उनका मानना है कि मजबूत ऑर्डरबुक, डाईवर्सिफाई की बेहतर क्षमता वाले और निर्यात के लिए तैयार कंपनियां समय के साथ दमदार प्रदर्शन दिखा सकती हैं।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।