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डॉलर बलवान और रुपया धड़ाम, जानें रुपये में बड़ी गिरावट के क्या हैं कारण

भारतीय रुपये में डॉलर के मुकाबले गिरावट बढ़ती जा रही है। कल एक डॉलर ($) के मुकाबले रुपये का भाव 85.28 तक गिर गया था। आज रुपया 85.57 रुपये/$ के स्तर के भी नीचे फिसल गया। रुपये की कीमतों में लगातार 5वें दिन गिरावट जारी है। फेड के बयान के बाद से डॉलर में तेजी जारी है। 2 सालों की ऊंचाई करीब डॉलर कायम है

अपडेटेड Dec 27, 2024 पर 2:40 PM
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अभिषेक गोयनका ने कहा कि इम्पोर्ट्स ने रुपये में 85 और 85.10 पर काफी खरीदारी की है। वहीं दूसरी तरफ एक्सपोर्टर्स मार्केट में शॉर्ट पोजीशन नहीं बना रहे हैं। मंथ एंड रोलओवर का भी प्रेशर भी मार्केट में बरकरार है

Dollar and Rupee Rate Today: डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट बढ़ती जा रही है। आज रुपया 85.57 रुपये/$ के स्तर के भी नीचे फिसल गया। कल एक डॉलर ($) के मुकाबले रुपये का भाव 85.28 तक गिर गया था। रुपये की कीमतों में लगातार 5वें दिन गिरावट जारी है। 2 सालों की ऊंचाई करीब डॉलर कायम है। फेड के बयान के बाद से डॉलर में तेजी जारी है। NDF (नॉन-डिलीवरेबल फॉरवर्ड) मार्केट में डॉलर की मांग बढ़ी है। FIIs की बिकवाली से भी दबाव बना है। अमेरिका की ट्रेजरी यील्ड में मजबूती बढ़ी है।

रुपए में जारी इस गिरावट के और क्या कारण है, इस पर हमारे सहयोगी चैनल सीएनबीसी-आवाज़ से बात करते हुए India Forex & Asset Management के Founder & CEO अभिषेक गोयनका ने कहा कि इसकी एक वजह ये भी हो सकती है कि एनडीएफ मार्केट में आरबीआई की 460 मिलियन डॉलर की शॉर्ट पोजीशन थी शायद वह रोलओवर हो रही है।

गोयनका ने कहा कि जितनी भी मार्केट में आज शॉर्ट पोजीशन थी वह सब कटेंगी इस वजह से भी रुपये में दबाव बना हुआ है। इसके अलावा पिछले तीन-चार दिनों से मार्केट में एक फेक न्यूज है कि शायद आरबीआई इस समय रुपये को जाने दे क्योंकि पिछले एक से डेढ़ महीने में उन्होंने प्रिजर्व खर्च कर दिया है। इसके साथ ही एनडीएफ मार्केट में बड़ी पोजीशन ले चुके हैं। अगर डॉलर में मजबूती आ रही है तो वो बहुत हद तक रुपये को भी नहीं रोकेंगे। ऐसा स्पेकुलेशन मार्केट में चल रहा है।


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ऐसे स्पेकुलेशन के कारण इम्पोर्ट्स थोड़े से पैनिक मोड में हैं। उन्होंने 85 और 85.10 पर काफी खरीदारी की है। वहीं दूसरी तरफ एक्सपोर्टर्स मार्केट में शॉर्ट पोजीशन नहीं बना रहे हैं। प्रीमियम थोड़े बढ़ गये हैं लिहाजा वे वेट एंड वॉच मोड में हैं। इस कारण मंथ एंड रोलओवर का भी प्रेशर भी मार्केट में बरकरार है।

अभिषेक गोयनका ने आगे कहा कि एक कारण आरबीआई की रिजीम में बदलाव भी हो सकता है। लोगों को आरबीआई की पॉलिसी में बदलाव का माहौल दिख रहा है। इसलिए लोग थोड़े पैनिक मोड में दिख रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि रुपया ओवरवैल्यूड हो गया था इसलिए भी उसमें ये करेक्शन देखने को मिल रहा है। जिससे हमें रुपये में मंदी नजर आ रही है।

(डिस्क्लेमरः Moneycontrol.com पर दिए जाने वाले विचार और निवेश सलाह निवेश विशेषज्ञों के अपने निजी विचार और राय होते हैं। Moneycontrol यूजर्स को सलाह देता है कि वह कोई निवेश निर्णय लेने के पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट से सलाह लें।)

 

 

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