Eppeltone IPO Listing: स्मार्ट मीटर बनाने एप्पेलटोन इंजीनियर्स के शेयरों की आज NSE SME पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 296 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹128 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी ₹243.20 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 90% का लिस्टिंग गेन (Eppeltone Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह ₹255.35 (Eppeltone Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशकों का पैसा लगभग डबल हो चुका है।
Eppeltone IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
एप्पेलटोन का ₹43.96 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 17-19 जून तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 296.34 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 132.23 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 627.28 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 248.04 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 34.34 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹30 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, ₹5 करोड़ फैक्ट्री में अतिरिक्त मशीनरी के इंस्टॉलेशन और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Eppeltone Engineers के बारे में
वर्ष 1977 में बनी एप्पेलटोन इंजीनियर्स स्मार्ट मीटर, यूपीएस सिस्टम, हाई-ग्रेड के चार्जर, एवीआर, एमसीबी और ट्रांसड्यूसर्स बनाती है। यह बी2बी सेगमेंट में काम करती है और अधिकतर कारोबार इसका सरकारी एंटिटीज के साथ ही होता है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹1.09 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹8.16 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹11.23 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का रेवेन्यू सालाना 31% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹125.74 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।