Essex Marine IPO Listing: सीफूड प्रोसेसिंग और एक्सपोर्टर एसेक्स मरीन के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर भारी डिस्काउंट पर एंट्री हुई। इसके आईपीओ को निवेशकों का खास रिस्पांस नहीं मिला था और हर कैटेगरी के लिए आरक्षित हिस्सा पूरा भर भी नहीं पाया था। खुदरा निवेशकों के दम पर यह इश्यू 2 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत ₹54.00 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹43.20 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को कोई लिस्टिंग गेन नहीं मिला बल्कि पूंजी ही 20% घट गई। लिस्टिंग के बाद आईपीओ निवेशकों और झटका तब लगा, जब शेयर और टूट गए। टूटकर यह ₹41.04 (Essex Marine Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 24% घाटे में हैं।
Essex Marine IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
एसेक्स मरीन का ₹23.01 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 4-6 अगस्त तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का मिला-जुला रिस्पांस मिला था और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए आरक्षित हिस्सा तो पूरा भर भी नहीं पाया था। ओवरऑल यह इश्यू 2.91 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 0.87 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 4.95 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹10 की फेस वैल्यू वाले 42.62 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹2.48 करोड़ मौजूदा प्रोसेसिंग यूनिट में पीलिंग कैपेसिटी बढ़ाने, ₹78 लाख रेडी-टू-कुक सेक्शन सेटअप करने, ₹6.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, ₹7.15 कर्ज चुकाने और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
वर्ष 2009 में बनी एसेक्स मरीन सीफूड को प्रोसेस करती है और इन्हें निर्यात भी करती है। यह चीन, बेल्जियम और जापान जैसे देशों को, रिबॉन मछली, ईल मछली, मरीन फिश इत्यादि भेजती है। इसकी प्रोसेसिंग फैसिलिटी पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹2.03 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था लेकिन अगले ही वित्त वर्ष 2024 में मुनाफा गिरकर ₹1.82 करोड़ पर आ गया। हालांकि अगले ही वित्त वर्ष 2025 में स्थिति तेजी से सुधरी और कंपनी का शुद्ध मुनाफा रॉकेट की स्पीड से उछलकर ₹4.67 करोड़ पर पहुंच गया।
इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम में उतार-चढ़ाव रहा। वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹23.59 करोड़, वित्त वर्ष 2024 में ₹21.11 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹39.93 करोड़ का रेवेन्यू हासिल हुआ। इस दौरान कंपनी पर कर्ज में भी उठा-पटक रही जोकि वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹19.34 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹16.08 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹23.90 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।