Stock markets : भारतीय इक्विटी इंडेक्स 9 दिसंबर को लगातार दूसरे कारोबारी सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए और निफ्टी 24,600 के आसपास कारोबार करता दिखा। कारोबारी सत्र के अंत में सेंसेक्स 200.66 अंक या 0.25 फीसदी गिरकर 81,508.46 पर और निफ्टी 58.80 अंक या 0.24 फीसदी गिरकर 24,619 पर बंद हुआ। निफ्टी बैंक 102 अंक गिरकर 53,408 पर बंद हुआ। वहीं, मिडकैप 294 अंक चढ़कर 58,999 पर बंद हुआ। ऑटो और फार्मा शेयरों में बिकवाली का दबाव देखने को मिला है। मिडकैप शेयरों में अच्छी खरीदारी रही। मेटल शेयरों में भी खरीदारी देखने को मिली। BSE कैपिटल गुड्स इंडेक्स 1 फीसदी चढ़ा। सेंसेक्स के 30 में से 16 शेयरों में गिरावट रही। निफ्टी के 50 में से 29 शेयरों में गिरावट देखने को मिली। जबिक निफ्टी बैंक के 12 में से 10 शेयरों में गिरावट रही।
मिरे एसेट शेयरखान में तकनीकी अनुसंधान विश्लेषक जतिन गेडिया का कहना है कि निफ्टी ने आज गिरावट के साथ शुरुआत की और उसके बाद एक दायरे में कंसोलीडेट होता रहा।। दैनिक चार्ट पिछले सप्ताह में तेज उछाल के बाद निफ्टी कंसोलीडेट हो रहा है। उम्मीद है कि निफ्टी अपनी बढ़त फिर से शुरू करने से पहले कंसोलीडेट होगा। निफ्टी के लिए 24550 - 24500 पर सपोर्ट। इस सपोर्ट की ओर किसी गिरावट में खरीदारी का मौका खोजें।
जहां तक डेरिवेटिव डेटा का सवाल है तो 24700 कॉल और 24600 पुट पर काफी ज्यादा ओपन इंटरेस्ट देखने को मिल रहा है। इस आगे चलकर बाजार में दायरे में कारोबार होने के संकेत मिल रहे हैं। निफ्टी वीकली पुट कॉल रेशियो 0.75 पर है, जो थोड़ी मंदी की भावना का संकेत देता है। हालांकि, प्राइस एक्शन से एक रेंजबाउंड प्राइस एक्शन जारी रखने का संकेत मिल है। ओवरऑल ट्रेंड तेजी है। ऐसे में सपोर्ट जोन की ओर होने वाली किसी गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि बाजार में सुस्त कारोबार हुआ और शुक्रवार के विराम को आगे बढ़ाते हुए थोड़ा नीचे बंद हुआ। शुरुआती बढ़त के बाद निफ्टी 24,619 के स्तर पर बंद होने से पहले एक सीमित दायरे में कारोबार करता दिखा। सेक्टर के लिहाज से मिलाजुला रुख रहा। मेटल और आईटी सेक्टर में बढ़त देखने को मिली। जबकि एफएमसीजी और ऑटो लाल निशान में बंद हुए। हालांकि,मिड और स्मॉलकैप में 0.2 फीसदी और 0.53 फीसदी के बीच बढ़त के साथ तेजी जारी रही।
हालिया रिकवरी के बाद इंडेक्स में ठहराव एक स्वस्थ संकेत है। इस गिरावट में क्वालिटी शेयरों में खरीदारी का अच्छा मौका है। सेक्टोरल इंडेक्सों की बात करें तो एफएमसीजी को छोड़कर सभी सेक्टरों में सेलेक्टिव खरीदारी आती दिख रही है। ट्रेडरों को सलाह है कि वे अपनी पोजीशन इन बातों को ध्यान में रखते हुए तय करें और कॉन्ट्रेरियन नजरिए से बचें।
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