Expert views : 18 सितंबर को भारतीय बाज़ार तेज़ी के साथ खुले हैं। अमेरिकी फ़ेडरल रिज़र्व द्वारा ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती के बाद गिफ्ट निफ्टी ने भी मज़बूत शुरुआत की थी। इस कटौती से यूएस फेड ने नरम ब्याज दर साइकिल के शुरुआत के संकेत दे दिए है। अमेरिकी फ़ेडरल रिज़र्व का यह कदम बीएसई कॉन्ट्रैक्टों की वीकली एक्सपायरी के दिन ट्रेडरों को खरीदारी का अच्छा मौका दे रहा है। क्योंकि, डेरिवेटिव मार्केट से मिलने वाले संकेत हालिया तेज़ी के जारी रहने की ओर इशारा कर रहे हैं।
रेलिगेयर ब्रोकिंग के अजीत मिश्रा का कहना है कि हालांकि एफआईआई ने नकदी और डेरिवेटिव मार्केट में भारी बिकवाली की है,लेकिन फेड की कटौती से उनका रुख बदल सकता है। उन्होंने आगे कहा कि आईटी और बैंकिंग,उनके पसंदीदा सेक्टर है। हालांकि ये कमज़ोर प्रदर्शन कर रहे हैं। अगर फेड द्वारा दरों में की गई कटौती एक ट्रिगर के रूप में काम करती है,तो हमें शॉर्ट कवरिंग और खरीदारी में तेजी आती दिख सकती है। इससे इंडेक्सों में और बढ़त आ सकती। निफ्टी के लिए 25,200 पर भारी पुट राइटिंग नजर आ रही है। 25300 पर भारी खींचतान से संकेत मिलता है कि एक गैप-अप निफ्टी के लिए 25,500 की ओर का रास्ता साफ कर सकता है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के वेल्थ मैनेजमेंट, डेरिवेटिव्स एवं टेक्निकल्स हेड चंदन तापड़िया का मानना है कि निफ्टी का बेस ऊपर की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने ट्रेडरों को गिरावट पर लॉन्ग पोजीशन बनाने की सलाह देते हुए कहा कि निफ्टी 25,150 के ऊपर टिका रहा है और अब 25,300 पर सपोर्ट लेवल बना रहा है। आंकड़े बताते हैं कि यह 25,500-25,650 तक पहुंच सकता है। वोलैटिलिटी कम हो रही है, इंडिया VIX 10 पर आ गया है, जो इस साल के अपने हाई का लगभग आधा है। एफआईआई लॉन्ग-शॉर्ट रेशियो 8 फीसदी से बढ़कर 13 फीसदी हो गया है,जो शॉर्ट कवरिंग के संकेत दे रहा है।
नियोट्रेडर के को-फाउंडर राजा वेंकटरमन ने बताया कि 1 के स्तर पर स्थित पुट-कॉल रेशियो एक बुलिश मूड का संकेत है जिसमें अधिकतम पेन 25,250 पर है। उन्होंने आगे कहा 25,100-25,200 की ओर किसी भी गिरावट को खरीदारी के अवसर के रूप में देखा जाना चाहिए। मज़बूत पुट राइटिंग साफ़ दिखाई दे रही है,और बैंक निफ्टी 56,000 के पास सपोर्ट के साथ और भी बेहतर स्थिति में दिख रहा है। लेकिन ब्रेकआउट का पीछा करने के बजाय, गिरावट पर लॉन्ग जोड़ना समझदारी की रणनीति होगी।
एक्सपर्ट्स का ये भी कहना है कि एक्सपायरी से जुड़े उतार-चढ़ाव और फेड की कटौती के चलते बाजार का रुझान पॉजिटिव बना हुआ है। ट्रेडरों को सलाह है कि वे बुलिश मोमेंटम का फायदा उठाएं। 25,500 के आसपास स्थित अहम रेजिस्टेंस पर नज़र रखें और इंट्राडे गिरावट का इस्तेमाल लॉन्ग पोजीशन लेने के अवसर के रूप में करें।
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