अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (Federal Reserve) 26 जुलाई को इंटरेस्ट रेट पर बड़ा फैसला लेने वाला है। यह फैसला मार्केट की दिशा तय करेगा। फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (FOMC) की दो दिन की बैठक 25 जुलाई को शुरू हो गई। इसके नतीजे भारतीय समय के अनुसार 26 जुलाई को देर रात आएंगे। CME FedWatch Tool बताता है कि FOMC इंटरेस्ट रेट एक चौथाई फीसदी यानी 25 BPS बढ़ा सकती है। इससे पहले जून में हुई बैठक में फेड ने इंटरेस्ट रेट नहीं बढ़ाया था। लगातार 10 बार इंटरेस्ट रेट बढ़ाने के बाद पिछले महीने उसने मौद्रिक नीति में सख्ती पर ब्रेक लगा दिया था। वह अमेरिकी इकोनॉमी की सेहत की पड़ताल के लिए पॉलिसीमेकर्स को ज्यादा वक्त देने के लिए ऐसा किया था। उसने इसलिए भी इंटरेस्ट रेट जून में नहीं बढ़ाया था, क्योंकि वह अमेरिका में बैंकिंग क्राइसिस के असर को समझना चाहता था।
इनफ्लेशन अब भी टारगेट से ज्यादा
अमेरिका में इनफ्लेशन अब भी केंद्रीय बैंक के टारगेट से ज्यादा है। फेडरल रिजर्व ने इनफ्लेशन के लिए 2 फीसदी का टारगेट रखा है। कई एक्सपर्ट्स का कहना है कि अभी अमेरिका में लेबर मार्केट पर दबाव है। इसलिए फेडरल रिजर्व 26 जुलाई को इंटरेस्ट रेट में एक चौथाई फीसदी की वृद्धि कर सकता है।
जून में 1 फीसदी घटा था इनफ्लेशन
अमेरिका में जून में इनफ्लेशन गिरकर 3 फीसदी पर आ गया था। मई में यह 4 फीसदी था। दो साल में पहली पार यह 4 फीसदी से नीचे आया है। कोर इनफ्लेशन जो लंबे समय तक हाई लेवल पर बना रहा है, वह भी घटकर 4.8 फीसदी पर आ गया है।
इनफ्लेशन के खिलाफ लड़ाई खत्म नहीं
ASK Investment Managers के एसोसिएट डायरेक्टर संदीप बंसल ने कहा, "हालांकि, इनफ्लेशन के खिलाफ अभी लड़ाई खत्म नहीं हुई है, लेकिन लड़ाई का बड़ा हिस्सा निकल गया है। कोर इनफ्लेशन अभी 4.8 फीसदी है, जो 3.7 फीसदी के लॉन्ग-टर्म एवरेज से ज्यादा है। इसलिए इंटरेस्ट रेट वृद्धि पर ब्रेक लगाने से पहले अमेरिकी केंद्रीय बैंक एक और वृद्धि कर सकता है।"
फेडरल रिजर्व के रुख में नरमी की उम्मीद
एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि इस बार फेडरल रिजर्व के चेयरमैन जेरोम पॉवेल के रुख में थोड़ी नरमी दिख सकता है। OmniScience Capital के विकास गुप्ता ने कहा कि टारगेट लेवल से ऊपर होने के बावजूद अमेरिका में इनफ्लेशन में नरमी आ रहा है। मार्केट में इस अनुमान से तेजी दिख रही है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक 2023 के आखिर या 2024 की शुरुआत में अपनी पॉलिसी की दिशा बदल सकता है। उन्होंने कहा कि इस बार फेडरल रिजर्व इंटरेस्ट रेट बढ़ाएगा लेकिन उसके रुख में नरमी दिखेगी।
मार्केट पर पड़ेगा पॉजिटिव असर
एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि अगर FOMC इंटरेस्ट रेट में 25 फीसदी वृ्द्धि करती है तो इसका मार्केट पर ज्यादा असर नहीं दिखेगा। इसकी वजह यह है कि मार्केट पर पहले ही इसका असर पड़ चुका है। हालांकि, केंद्रीय बैंक के रुख में नरमी से मार्केट रैली को सपोर्ट मिल सकता है। अमेरिका सहित दुनियाभर के बाजारों में तेजी दिख रही है।