इस साल (2022) विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) इंडियन स्टॉक मार्केट में 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य के शेयर बेच चुके हैं। यह एक साल में फॉरेन इनवेस्टर्स की सबसे बड़ी बिकवाली है। इसका सीधा असर मार्केट पर पड़ा है। पिछले साल अक्टूबर में अपने रिकॉर्ड हाई से सेंसेक्स करीब 10,000 प्वॉइंट्स गिर चुका है।
फॉरेन इनवेस्टर्स (Foreign Investors) पिछले 9 महीने से इंडियन स्टॉक मार्केट में लगातार बिकवाली कर रहे हैं। सिर्फ मई में उन्होंने 45,276 करोड़ मूल्य के शेयर बेचे। इस महीने की 17 तारीख तक वे 28,445 करोड़ रुपये के शेयर बेच चुके हैं। अगर इस साल अब तक हुई बिकवाली का बात करें तो यह आंकड़ा 2,02,244 करोड़ रुपये तक पहुंच चुका है।
यह हफ्ता बीते दो साल में शेयर बाजार के लिए सबसे खराब हफ्ता रहा। इस सेंसेक्स करीब 5.19 फीसदी गिरा। निफ्टी में भी 5.36 फीसदी की गिरावट आई। इससे इनवेस्टर्स के 14 लाख करोड़ स्वाहा हो गए। बड़ी कंपनियों में सबसे ज्यादा गिरने वाला शेयर टाइटन रहा। यह करीब 6 फीसदी टूटा। विप्रो, श्री सीमेंट, एचडीएफसी लाइफ और बीपीसीएल में 3 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई।
उधर, LIC के शेयरों में भी गिरावट का सिलसिला जारी रही। इस हफ्ते यह करीब 5 फीसदी गिरा। इस हफ्ते की शुरुआत में यानी सोमवार को इस शेयर का प्राइस 687 रुपये था। शुक्रवार को यह 654.35 रुपये पर बंद हुआ। एलआईसी के शेयरों में पैसा लगाने वाले निवेशकों के लिए यह बड़ा झटका है। इस आईपीओ में बड़ी संख्या में LIC के पॉलिसीहोल्डर्स ने इनवेस्ट किया था। उन्हें शेयर बाजार के बारे में ज्यादा अनुभव नहीं था।
RBL Bank का शेयर इस हफ्ते 19.66 फीसदी गिर गया। इस हफ्ते की शुरुआत यानी सोमवार को इस शेयर का भाव 102 रुपये पर खुला। लेकिन, हफ्ता खत्म होते-होते इसका भाव 82 रुपये रह गया। एक महीने की बात करें तो यह शेयर 31 फीसदी से ज्यादा टूट चुका है। NALCO का शेयर इस हफ्ते करीब 12 फीसदी गिरा है।
मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनवेस्टर्स को हताशा में अपने शेयर बेचने नहीं चाहिए। यह समय धैर्य रखने का है। मौजूदा माहौल में उन्हें मुनाफा कमाने की बजाय अपने पैसे की सुरक्षा पर फोकस करना चाहिए। उन्हें 2020 में मार्च में आई गिरावट को यादा करना चाहिए। तब कोरोना की महामारी शुरू होने की खबर से बाजार में बड़ी गिरावट आई थी। लेकिन, कुछ ही महीनों में बाजार ने अपने लॉस की भरपाई कर ली थी।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि इनवेस्टर्स इस मौके का इस्तेमाल सस्ते भाव पर शेयर खरीदने के लिए कर सकते हैं। कई बड़ी कंपनियों के शेयर अपने रिकॉर्ड ऊंचे स्तर से 10-20 फीसदी तक टूट चुके हैं। पिछले एक महीने में बजाज ऑटो का शेयर 4.63 फीसदी गिरा है। IRCTC का शेयर बीते एक महीने में 11 फीसदी टूट चुका है। Hindustan Uniliver के शेयर में बीते एक महीने में 8.24 फीसदी की गिरावट आई है। Infosys का शेयर एक महीने में 7.58 फीसदी टूट चुका है। देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी TCS का शेयर एक महीने में 10 फीसदी गिर चुका है।
इनवेस्टर्स अच्छी क्वालिटी के शेयरों में पैसा लगा सकते हैं। लेकिन, उन्हें लॉन्ग टर्म के लिए यह निवेश करना होगा। इसकी वजह यह है कि आने वाले कुछ महीनों में मार्केट में उतार-चढ़ाव जारी रहने की उम्मीद है। इंटरेस्ट रेट में वृद्धि, इनफ्लेशन, क्रूड ऑयल में उछाल, यूक्रेन क्राइसिस की वजह से दुनियाभर में बाजार गिर रहे हैं। ऐसे में मार्केट के हालात जल्द बेहतर होने की उम्मीद नहीं है।