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FII Holding Stocks: इन स्टॉक्स में 1% से अधिक बढ़ी विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी, तो इनमें बेच दी 5% तक होल्डिंग

FII Holding Stocks: विदेशी निवेशकों की खरीदारी-बिकवाली का शेयरों की चाल पर बड़ा असर पड़ता है। सितंबर तिमाही के शेयरहोल्डिंग पैटर्न से यह खुलासा हुआ है कि FIIs ने सितंबर तिमाही में कुछ शेयरों में एक फीसदी से अधिक होल्डिंग कम की तो कुछ में एक फीसदी से अधिक होल्डिंग बढ़ाई है। इन शेयरों में दो को छोड़ बाकी में म्यूचुअल फंडों का रुझान समान ही दिखा

Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Nov 23, 2024 पर 11:11 PM
FII Holding Stocks: इन स्टॉक्स में 1% से अधिक बढ़ी विदेशी निवेशकों की हिस्सेदारी, तो इनमें बेच दी 5% तक होल्डिंग
FII Holding Stocks: पिछले कुछ समय से घरेलू स्टॉक मार्केट से विदेशी निवेशक पैसे बाहर निकाल रहे हैं। इसके कारण सितंबर के आखिरी दिनों में रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के बाद मार्केट धड़ाम से गिर गया।

FII Holding Stocks: पिछले कुछ समय से घरेलू स्टॉक मार्केट से विदेशी निवेशक पैसे बाहर निकाल रहे हैं। इसके कारण सितंबर के आखिरी दिनों में रिकॉर्ड हाई पर पहुंचने के बाद मार्केट धड़ाम से गिर गया। सितंबर तिमाही की बात करें तो तीन महीने में उन्होंने खरीदारी से अधिक बिकवाली की। हालांकि अब कंपनियों के सितंबर तिमाही के नतीजे आए तो सामने आया है कि उन्होंने तिमाही आधार पर कुछ शेयरों में हिस्सेदारी 1 फीसदी से अधिक कम की है तो कुछ में हिस्सेदारी 1 फीसदी से अधिक बढ़ाई है। यहां इन सबके बारे में नीचे बताया जा रहा है।

इन स्टॉक्स में 1% से अधिक घटी-बढ़ी FIIs की हिस्सेदारी

ट्रेंडलाइन पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक सितंबर तिमाही में एफआईआईज की हिस्सेदारी पीवीआर आईनॉक्स और अशोक लेलैंड में हिस्सेदारी बढ़ी है। पीवीआर आईनॉक्स में तिमाही आधार पर उनकी हिस्सेदारी 2.6 फीसदी बढ़कर 20.7 फीसदी और अशोक लेलैंड में 2.36 फीसदी उछलकर 24.4 फीसदी पर पहुंच गई। वहीं दूसरी तरफ एफआईआईज की हिस्सेदारी सितंबर तिमाही में कल्याण ज्वैलर्स, अदाणी पावर और इंडिया सीमेंट्स में एक-एक फीसदी से अधिक कम हुई। कल्याण ज्वैलर्स में उनकी हिस्सेदारी 5.4 फीसदी घटकर 15.7 फीसदी, अदाणी पावर में 2.1 फीसदी गिरकर 12.7 फीसदी और इंडिया सीमेंट्स में 1.5 फीसदी लुढ़ककर 16.2 फीसदी पर आ गई। इंडिया सीमेंट्स में म्यूचुअल फंड्स ने भी अपनी हिस्सेदारी इस दौरान 0.6 फीसदी हल्की की है तो वहीं अशोक लेलैंड में म्यूचुअल फंडों ने 1.4 फीसदी हिस्सेदारी हल्की की है।

ओवरऑल खरीदारी-बिक्री के क्या हैं आंकड़े

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