विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने नवंबर के दूसरे पखवाड़े में भी अपने पोर्टफोलियो में बड़े पैमाने पर फेरबदल जारी रखा। उन्होंने कंज्यूमर, फाइनेंशियल और आईटी सेक्टर में जमकर बिकवाली की है। वहीं दूसरी ओर टेलीकॉम, ऑयल एंड गैस और कैपिटल गुड्स सेक्टर में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाई है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली की सबसे अधिक मार FMCGs शेयरों पर पड़ी। FIIs ने नवंबर के दूसरे पखवाड़े में 2,722 करोड़ रुपये के FMCGs शेयर बेचे। इससे पहले नवंबर के पहले पखवाड़े में भी उन्होंने इस सेक्टर में 2,040 करोड़ रुपये से अधिक की बिकवाली की थी।
ऑटो सेक्टर में भी बिकवाली का सिलसिला जारी रहा। एफआईआई ने नवंबर महीने के दूसरे पखवाड़े में ₹1,257 करोड़ के ऑटो स्टॉक्स बेचे, जबकि पहले पखवाड़े में भी वे इस सेक्टर में ₹385 करोड़ की बिकवाली कर चुके थे।
फाइनेंशियल सेक्टर में भी विदेशी निवेशकों भरोसा कमजोर दिखा। दूसरे पखवाड़े में उन्होंने इस सेक्टर में ₹1,137 करोड़ की बिकवाली हुई। जबकि पहले पखवाड़े में भी उन्होंने ₹2,041 करोड़ की भारी निकासी की थी।
आईटी सेक्टर में भी विदेशी निवेशकों की बिकवाली जारी रही। नवंबर के दूसरे पखवाड़े में एफआईआई ने आईटी शेयरों से ₹921 करोड़ की निकासी की, जबकि महीने के पहले हिस्से में यह बिकवाली इससे कहीं ज्यादा, ₹4,873 करोड़ रही थी।
सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) सेक्टर में भी दबाव बेहद तीखा रहा। दूसरे हिस्से में एफआईआई ने ₹921 करोड़ के आईटी शेयर बेचे, जबकि महीने के पहले पखवाड़े में वे ₹4,873 करोड़ के आईटी शेयर पहले ही निकाल चुके थे। इससे साफ है कि ग्लोबल टेक खर्च में सुस्ती और अमेरिकी बाजार की अनिश्चितता अभी भी इन कंपनियों की वैल्यूएशन पर असर डाले हुए है।
वहीं दूसरी ओर, खरीदारी की बात करें तो टेलीकॉम सेक्टर विदेशी निवेशकों की सबसे बड़ी पसंद बनकर उभरा। FIIs ने नवंबर के दूसरे पखवाड़े में टेलीकॉम शेयरों में ₹4,913 करोड़ का निवेश किया। महीने के पहले पखवाड़े में भी उन्होंने इस सेक्टर में 9,413 करोड़ रुपये का भारी निवेश किया था।
ऑयल एंड गैस सेक्टर में भी मजबूत निवेश देखने को मिला। FIIs ने नवंबर के दूसरे पखवाड़े में इस सेक्टर में ₹4,177 करोड़ लगाए, जबकि पहले पखवाड़े में भी उन्होंने ₹2,992 करोड़ का निवेश किया था। कैपिटल गुड्स सेक्टर में FIIs ने ₹1,707 करोड़ की नेट खरीदारी की, जो पहले पखवाड़े की ₹788 करोड़ की खरीदारी से काफी अधिक है।
हालांकि कुछ सेक्टर्स में रुझान पूरी तरह उलटा दिखाई दिया। कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में एफआईआई ने ₹1,273 करोड़ की खरीदारी की, जबकि पहले पखवाड़े में वे ₹1,379 करोड़ की बिकवाली कर चुके थे। हेल्थकेयर में भी उन्होंने ₹743 करोड़ की शुद्ध खरीदारी की, जबकि पहले पखवाड़े में उन्होंने इस सेक्टर में ₹2,526 करोड़ की आक्रामक बिकवाली की थी। मेटल्स सेक्टर में FIIs ने नवंबर के पहले पखवाड़े में ₹236 करोड़ की नेट खरीदारी की थी, लेकिन दूसरे पखवाड़े में उन्होंने ₹1,045 करोड़ की बड़ी बिकवाली कर डाली।
FIIs का पिछले तीन पखवाड़ों के दौरान निवेश का क्या ट्रेंड रहा, इसे आप नीचे दिए चार्ट में देख सकते हैं-
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