फिनफ्लूएंसर्स (Finfluencers) पर सेबी (SEBI) में रजिस्ट्रेशन कराए बगैर इनवेस्टमेंट एडवाइस और खास स्टॉक्स को खरीदने और बेचने के आरोप लगते रहे है। अब पता चला है कि एक बड़ा फिनफ्लूएंसर IIT और ICAI जैसे इंडिया के प्रतिष्ठित संस्थानों में लोगों को इनवेस्टमेंट के बारे में बताते हुए अपने ट्रेडिंग कोर्सेज और इनवेस्टमेंट एडवाइस को बेचने की कोशिश करता आया है। इस फिनफ्लूएंसर का नाम अभिषेक कार है। सोशल मीडिया चैनल पर उनके 15 लाख फॉलोअर्स हैं। इनमें उनके टेलीग्राम के फॉलोअर्स शामिल नहीं हैं। एक कॉल रिकॉर्डिंग में कार को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि उन्होंने स्टॉक्स को खरीदने और बेचने की सलाह दी है। इसके लिए उन्होंने 'B' और 'S' कोड का इस्तेमाल किया। बी का मतलब खरीदने की सलाह से है, जबकि एस का मतलब बेचने की सलाह से है। उनकी यह कॉल रिकॉर्डिंग इंटरनेट पर काफी शेयर की जा रही है।
इनवेस्टमेंट एडवाइस देने के लिए सेबी में रजिस्ट्रेशन जरूरी है
खास बात यह है कि कार सेबी में रजिस्टर्ड नहीं हैं। इसलिए उन्हें इनवेस्टमेंट से जुड़ी किसी तरह की सलाह देने की इजाजत नहीं है। मशूहर ट्रेडर श्रेयस बांदी से बातचीत में कार को यह कहते सुना जा सकता है, "मैंने कभी 'बाय' और 'सोल' नहीं लिखा (अपने टेलीग्राम चैनल पर), सिर्फ 'B' और 'C'का इस्तेमाल किया। लेकिन तकनीकी रूप से इसका मतलबल कमोबेश एक ही है।" मनीकंट्रोल ने इस बारे में कार से बातचीत करने की कोशिश की। लेकिन, उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।
निवेशकों की मोटी कमाई का सपना दिखाते हैं फिनफ्लूएंसर्स
पिछले कुछ महीनों में इंटरनेट और सोशल मीडिया पर इनवेस्टमेंट की सलाह देने वाले एडवाइजर पर सख्ती बढ़ी है। इसकी वजह यह है कि ट्रेडर और ट्रेनर्स पर काफी समय से उन लोगों को अपना शिकार बनाने के आरोप लगते रहे हैं, जो शेयरों में निवेश से मोटी कमाई कर आलीशान जिंदगी जीने के सपने देखते हैं। हाल में X के कई हैंडल्स से भी ट्रेनर-ट्रेडर्स को सिर्फ वेरिफायड प्रॉफिट एंड लॉस स्टेटमेंट की जानकारी देने को कहा जा रहा है। ट्रे़डर्स और ट्रेनर्स इस तरह की मांग का विरोध कर रहे हैं।
निवेशकों को सिखाने के नाम पर चल रहा गोरखधंधा
बांदी और कार की बातचीत मौजूदा हालात के बारे में काफी कुछ बताती है। यह निवेशकों को जागरूक करती है, क्योंकि इससे पता चलता है कि कैसे सेबी में रजिस्ट्रेशन के बगैर लोग इनवेस्टमेंट की सलाह दे रहे हैं। निवेशकों को इनवेसस्टमेंट की सलाह देने का बिजनेस तेजी से बढ़ रहा है। कार कहते हैं, "मैंने (टेलीग्राम ग्रुप) सिर्फ चार्ट पोस्ट करने के साथ इसकी शुरुआत की थी। लेकिन, मैंने देखा कि इसे अच्छा रिस्पॉन्स नहीं मिल रहा है... उसके बाद मैंने ऑब्जर्वेशनल ट्रेड्स के साथ इसका विस्तार करने का फैसला किया।"
इनवेस्टर्स आंखें मूंदकर फिनफ्लूएंसर्स पर कर रहे भरोसा
ऑब्जर्वेशनल ट्रेड्स ट्रेडिंग से जुड़ी ऐसी जानकारियां होती हैं, जिसे ट्रेडर-ट्रेनर लाइव मार्केट में देता है। इसका इस्तेमाल उसके चैनल के सब्सक्राइबर्स करते हैं। ट्रेडर और ट्रेनर्स इस प्रैक्टिस का बचाव करते हैं। उनकी दलील होती है कि यह इनवेस्टमेंट एडवाइस नहीं है। ये सिर्फ ट्रेड्स है, जिनका मकसद ऑब्जर्वेशन और लर्निंग के लिए होता है। हालांकि, उन्हें पता होता है कि उनके सब्सक्राइबर्स इसे इनवेस्टमेंट एडवाइस के रूप में इस्तेमाल करते हैं। बातचीत में कार ने कहा, "लोग जब पैसे बना रहे होते हैं तो इसका आनंद उठाते हैं। वे आंख मूंदकर हमारे ट्रेड्स की कॉपी करते हैं।"