मई में जोरदार निवेश करने के बाद विदेशी निवेशकों का भारतीय शेयरों से मोह भंग होता लग रहा है। जून महीने के पहले सप्ताह में उन्होंने भारतीय इक्विटी बाजारों में 8,749 करोड़ रुपये की सेलिंग की। ऐसा अमेरिका-चीन के बीच नए सिरे से व्यापार तनाव बढ़ने और अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में बढ़ोतरी के कारण हुआ। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के मुताबिक इससे पहले मई में FPI ने 19,860 करोड़ रुपये और अप्रैल में 4,223 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश किया था।