21 नवंबर को खत्म हुए कारोबारी सप्ताह में सेंसेक्स में 669.14 अंक या 0.79 प्रतिशत की तेजी रही। वहीं निफ्टी 158.1 अंक या 0.61 प्रतिशत चढ़ा। हालांकि शुक्रवार को सेंसेक्स 400.76 अंक या 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 85,231.92 पर और निफ्टी 124 अंक या 0.47 प्रतिशत की गिरावट के साथ 26,068.15 पर बंद हुआ। कमजोर वैश्विक रुझानों और अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की ओर से दिसंबर में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद कम होने से बाजार में गिरावट आई। अब 24 नवंबर से शुरू नए सप्ताह में बाजार की चाल किन फैक्टर्स के बेसिस पर तय होगी, आइए जानते हैं...
जुलाई-सितंबर तिमाही के GDP आंकड़े
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, रेलिगेयर ब्रोकिंग लिमिटेड के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट (रिसर्च) अजीत मिश्रा का कहना है कि घरेलू स्तर पर बाजार दूसरी तिमाही के GDP आंकड़े और औद्योगिक उत्पादन जैसे बड़े आर्थिक आंकड़ों पर नजर रखेगा। वैश्विक स्तर पर निवेशक अमेरिकी बाजार के प्रदर्शन और वहां के प्रमुख आर्थिक आंकड़ों पर नजर रखेंगे।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक गुरुवार को बायर रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 283.65 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे। दूसरी ओर घरेलू संस्थागत निवेशकों ने भी 824.46 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर के मुताबिक, अगर रुपये पर दबाव बना रहा तो निकट भविष्य में बाजार में कुछ मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है। शुक्रवार, 21 नवंबर को अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले रुपया 98 पैसे की जोरदार गिरावट के साथ रिकॉर्ड लो 89.61 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। स्थानीय और वैश्विक शेयर बाजारों में बिकवाली के दबाव और व्यापार से जुड़ी अनिश्चितताओं के बीच घरेलू विदेशी मुदा विनिमय बाजार में डॉलर की जोरदार मांग के कारण रुपये में बड़ी गिरावट देखने को मिली है।
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