Goel Construction IPO Listing: कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी गोएल कंस्ट्रक्शन के शेयरों की आज BSE के SME प्लेटफॉर्म पर धांसू एंट्री हुई। इसके आईपीओ को भी निवेशकों का शानदार रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 124 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹263.00 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹302.50 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 15.02% का लिस्टिंग गेन (Goel Construction Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और ऊपर चढ़े। उछलकर यह ₹317.60 (Goel Construction Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया और इसी पर बंद भी हुआ यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 20.76% मुनाफे में हैं।
Goel Construction IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च
गोएल कंस्ट्रक्शन का ₹100.15 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 2-4 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का तगड़ा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 124.34 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 124.20 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 224.80 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 88.61 गुना और एंप्लॉयीज का हिस्सा 1.01 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत ₹81.12 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 7,23,600 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹23.05 करोड़ कर्ज हल्का करने, ₹41.74 करोड़ कैपिटल एक्सपेंडिचर और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।
Goel Construction के बारे में
वर्ष 1997 में बनी कंस्ट्रक्शन और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी गोएल कंस्ट्रक्शन कई सेक्टर में मौजूदगी है। यह सीमेंट प्लांट, डेयरी, हॉस्पिटल, स्टील, पावर प्लांट, फार्मा और इंस्टीट्यूशल प्रोजेक्ट्स पर यह काम करती है। इसका कारोबार राजस्थान, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, गुजरात, छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पंजाब, महाराष्ट्र, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में फैला हुआ है। इसके पास बूम प्लेसर्स, ट्रांजिट मिलर्स, एक्सकैवेटर्स, टिपर ट्रक्स, कॉम्पैक्टर्स, रोलर्स, टावर क्रेन्स, बैकहू लोडर्स, बैचिंग प्लांट्स, हाइड्रा क्रेन्स इत्यादि 202 इक्विपमेंट और मशीनरी हैं। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो यह लगातार मजबूत हुई है।
वित्त वर्ष 2023 में इसे ₹14.30 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2024 में उछलकर ₹22.64 करोड़ और वित्त वर्ष 2025 में ₹38.32 करोड़ पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी की टोटल इनकम सालाना 48% से अधिक की चक्रवृद्धि दर (CAGR) से बढ़कर ₹594.34 करोड़ पर पहुंच गया। हालांकि इस दौरान कंपनी पर कर्ज की बात करें तो वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹28.51 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹30.51 करोड़ से वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में यह ₹28.71 करोड़ पर आ गया। इस दौरान रिजर्व और सरप्लस लगातार बढ़ा है और वित्त वर्ष 2023 के आखिरी में ₹69.59 करोड़ और वित्त वर्ष 2024 के आखिरी में ₹92.23 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2025 के आखिरी में ₹120.22 करोड़ पर पहुंच गया।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।