आईसीआईसीआई प्रुडेंशियल म्यूचुअल फंड (ICICI Prudential Mutual Fund) के सीनियर फंड मैनेजर मितुल कलावडिया (Mittul Kalawadia) ने बाजार की आगे की चाल और डिविडेंड यील्ड पर सीएनबीसी-आवाज से बात करते हुए कहा कि मौजूदा समय में बाजार में थोड़ा उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। महंगाई, ब्याज दरें बढ़ने का प्रभाव बाजार पर दिखा। लेकिन अब धीरे-धीरे बाजार स्टेबल होगा और वैल्यूएशन में काफी सुधार देखने को मिला है। लिहाजा बाजार में लंबी अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है।
बैंक और आईटी सेक्टर पर बात करते हुए मितुल कलावडिया ने कहा कि इस समय हर सेक्टर में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। बैंकों के रिजल्ट काफी अच्छे आए है और इनके वैल्यूएशन बेहतर नजर आ रहेहै। उन्होंने कहा कि बैंकों में निवेश के अच्छे मौके नजर आ रहा है। वहीं IT सेक्टर में हमारा नजरिया मिला-जुला है। मार्केट कभी एक जैसा नहीं रहता। किसी भी सेक्टर के लिए वैल्यूएशन का महत्व है। बैंक और IT सेक्टर का बैलेंस आउटलुक है। मार्केट में स्टेबिलिटी आ रही है।
डिविडेंड यील्ड पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि डिविडेंड का मतलब लाभांश होता है। डिविडेंड के जरिए कंपनी के प्रॉफिट का कुछ हिस्सा शेयरहोल्डर को जाता है। 100 के शेयर पर 4 डिविडेंड तो डिविडेंड यील्ड 4% होता है। उन्होंने कहा कि डिविडेंड यील्ड का शेयर के भाव से उल्टा कनेक्शन है। कंपनियां स्टॉक प्राइस गिरने पर भी ऊंचा डिविडेंड देती हैं। रेगुलर आय के लिए ऊंचे डिविडेंड यील्ड वाली कंपनी में निवेश करना फायदेमंद है।
निवेशक ज्यादा डिविडेंड देने वाली कंपनियों में निवेश करें। फंड का 65% निवेश डिविडेंड यील्ड देने वाले शेयर में जरूरी है। डिविडेंड ज्यादा बड़ी कंपनियां देती हैं। सरकारी कंपनियां भी डिविडेंड देती हैं। कंपनियां समय-समय पर डिविडेंड भुगतान करती हैं।
उन्होंने कहा कि डिविडेंड यील्ड फंड 2 तरह के होते हैं। पहला- इक्विटी में मिनिमम 65% निवेश होता है जिसमें इक्विटी डिविडेंड यील्डिंग MF अस्थिर होता है। वहीं और दूसरा- डेट में मिनिमम 65% निवेश जिसमें डेट डिविडेंड यील्डिंग MF कम अस्थिर होता है। कमाए गए लाभ पर निवेशकों को डिविडेंड मिलता है।
डिविडेंड यील्ड फंड के फायदे? इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि ज्यादा डिविडेंड मिलते रहने से रेगुलर इनकम होती है। डिविडेंड यील्ड के जरिए बाजार में उतार-चढ़ाव में निवेश सुरक्षित होता है। लंबे समय में निवेश पर काफी बेहतर डिविडेंड मिलता है। लंबी अवधि में निवेश करने पर अच्छा रिटर्न मिलता है। डिविडेंड यील्ड फंड में निवेश पर रिस्क कम होता है और नए निवेशक के लिए ये फंड बेहतर होता है।
किन निवेशकों के लिए डिविडेंड यील्ड फंड अच्छा है? उन्होंने कहा कि कम रिस्क लेने वाले निवेशक के लिए डिविडेंड यील्ड फंड में निवेश करना सही होता है। पोर्टफोलियो के डायवर्सिफिकेशन के लिए अच्छा है। साथ ही शॉर्ट टर्म में भी अच्छा रिटर्न की संभावना है। निवेशक को रेगुलर इनकम का फायदा मिलेगा। डिविडेंड फंड के जरिए सिस्टमैटिक विड्रॉल कर सकते हैं। रिस्क क्षमता, निवेश अवधि के अनुसार प्लान बनाएं। रेगुलर कैश फ्लो पाने का अच्छा जरिया है।
गुजरात सरकार के यील्ड स्टॉक्स पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि यह स्टॉक्स पहले कम असरदार थे । पॉलिसी के बाद यील्ड सेन्ट्रल PSU के पास होगें। अब गुजरात सरकार के PSU निवेश के लिए बेहतर है। मितुल कलावडिया ने आगे कहा कि अच्छे यील्ड वाले सेक्टर पर फोकस करें। जिनका वैल्यूएशन सही हो और कैश फ्लो अच्छा हो। साथ ही जिनकी डिविडेंड की ग्रोथ अच्छी हो।
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