बाजार जानकारों का कहना है कि 26 अक्टूबर के डेरिवेटिव रोलओवर आंकड़ों से इस बात के संकेत मिलते हैं कि एक कंसोलीडेशन के बाद बाजार में फिर से तेजी पकड़ता दिखेगा। बाजार जानकारों का ये भी कहना है कि नवंबर सीरीज़ में निफ्टी 19100 तक पहुंचता नजर आ सकता है। लेकिन इसके पहले ये 18700 के आसपास तक गिर सकता है। उधर 26 अक्टूबर के बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली थी। बाजार लगातार 6वें कारोबारी सत्र में लाल निशान में बंद हुआ था। यूएस ट्रेजरी यील्ड में बढ़त और मध्य-पूर्व के संघर्ष ने बाजार का सेंटीमेंट खराब कर दिया है। कल बीएसई सेंसेक्स 900 अंकों की गिरावट के साथ 63200 से नीचे फिसल गया, जबकि निफ्टी18900 से नीचे चला गया।
अक्टूबर सीरीज की शुरुआत शांत तरीके से हुई थी। इस सीरीज के लगभग आधे हिस्से में घरेलू बाज़ार एक स्टेबल रेंज में कारोबार कर रहे थे। हालांकि, 18 अक्टूबर के बाद से बाजार में अचानक वोलैटिलिटी बढ़ गई। फिर लगातार बिकवाली का दबाव बना रहा। इस दबाव ने न केवल दिग्गज शेयरों को प्रभावित किया, बल्कि छोटे-मझोले शेयरों की भी खूब धुनाई हुई। अक्टूबर सीरीज में निफ्टी 3.4 फीसदी गिरकर 18,857 पर और निफ्टी बैंक 4.6 फीसदी गिरकर 42,280 पर बंद हुआ। वहीं, मिडकैप और स्मॉल-कैप इंडेक्स 5 फीसदी और 1.8 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए।
अक्टूबर सीरीज का सेक्टर-वाइज प्रदर्शन
अक्टूबर सीरीज में पीएसयू बैंक इंडेक्स 8.7 फीसदी, आईटी इंडेक्स में 5.2 फीसदी, मेटल इंडेक्स में 4.7 फीसदी, मीडिया इंडेक्स में 4.4 फीसदी, प्रा. बैंक इंडेक्स में 4.2 फीसदी, फिन सर्व इंडेक्स में 3.8 फीसदी और फार्मा इंडेक्स में 2.5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। एकमात्र सूचकांक जो हरे रंग में बंद होने में कामयाब रहा है वह है रियल्टी इंडेक्स। यह इंडेक्स 0.3 फीसदी की बढ़त लेकर बंद हुआ है।
नुवामा रिसर्च के मुताबिक नवंबर सीरीज के लिए निफ्टी फ्यूचर्स रोलओवर पिछली तीन सीरीज के 79 फीसदी की तुलना में 83 फीसदी पर है। इसके अलावा निफ्टी फ्यूचर्स नवंबर सीरीज की शुरुआत 219 अरब रुपये (लगभग 1.16 करोड़ शेयर) के हाई ओपन इंटरेस्ट बेस के साथ करेगा। जबकि अक्टूबर सीरीज की शुरुआत 204 बिलियन रुपये (लगभग 1.04 करोड़ शेयर) का ओपन इंटरेस्ट बेस के साथ हुई थी। ये भारी मात्रा में हुए शॉर्ट बिल्ड-अप का संकेत है। एक्सपायरी के दिन निफ्टी के लिए रोल कॉस्ट लगभग 50-52 बेसिस प्वाइंट थी। इसकी तुलना में पिछले दिन की रोल कॉस्ट 50 बेसिस प्वाइंट थी। नवंबर सीरीज की शुरुआत में मार्केट वाइड फ्यूचर्स ओपन इंटरेस्ट अक्टूबर सीरीज के शुरुआत के लगभग 2.863 लाख करोड़ रुपये की तुलना में करीब 2.710 लाख करोड़ रुपये है। मार्केट वाइड रोलओवर 92 फीसदी पर है, जो कि 3 महीने के 91 फीसदी को औसत से ज्यादा है।
नवंबर सीरीज के लिए स्टॉक फ्यूचर्स रोलओवर 94 फीसदी पर है, जो पिछली तीन सीरीज के 93 फीसदी के औसत रोलओवर से ज्यादा है। आज SSF के लिए रोल कॉस्ट लगभग 63-66 बेसिस प्वाइंट थी, जबकि कल यह 66-70 बेसिस प्वाइंट थी।
ताजे आंकड़ों से पता चलता है कि एफआईआई कैश सेगमेंट में बिकवाली कर रहे हैं और इंडेक्स और सिंगल स्टॉक फ्यूचर्स (एसएसएफ) में शॉर्ट्स ले रहे हैं। वहीं, एचएनआई लॉन्ग पोजीशन बढ़ा रहे हैं।
इन आंकड़ों से पता चलता है कि डालमिया भारत, डिक्सन और पॉलीकैब जैसे शेयरों में काफी ज्यादा ओपन इंटरेस्ट पोजीशन हैं। नवंबर सीरीज के लिए इनमें भीरी रोलओवर देखने को मिला है। यहा इस बात का संकेत है कि नबंर सीरीज में इन शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिल सकती है।
कैसी रह सकती है नवंबर सीरीज
एक ट्रेडर राजेश श्रीवास्तव का कहना है कि नवंबर सीरीज के लिए रोलओवर डेटा अच्छा लग रहा है। बाजार में कुछ और कंसोलीडेशन और रेंज बाउंड कारोबार के बाद फिर से तेजी लौटने को संकेत मिल रहे हैं।
नुवामा रिसर्च का कहना है कि आगे निफ्टी के लिए 19300 से 19400 के रेंज में रजिस्टेंस दिख रहा है। बड़े ट्रेडिंग रेंज में फंसे हेवीवेट शेयरों में आगे अच्छी तेजी देखने को मिल सकती। किसी तेजी के पहले निफ्टी 18700 तक गिर सकता है। इसके बाद नवंबर सीरीज में इसमें 19100 का स्तर देखने को मिल सकता है।
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