HAL Shares: चालू वित्त वर्ष 2026 की पहली तिमाही के कारोबारी नतीजे के बाद घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने सरकारी डिफेंस कंपनी एचएएल की खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है लेकिन टारगेट प्राइस बढ़ा दिया है। एक कारोबारी दिन पहले कंपनी ने इक्विटी मार्केट का कारोबार बंद होने के बाद जून तिमाही के कारोबारी नतीजे जारी किए थे। जून तिमाही में एचएएल का मुनाफा गिर गया लेकिन रेवेन्यू में उछाल रही यानी कि कंपनी के लिए नतीजे मिले-जुले रहे। नतीजे आने से पहले इसके शेयरों में बिकवाली का दबाव दिखा था और 12 अगस्त को बीएसई पर यह 0.91% की गिरावट के साथ ₹4405.80 पर बंद हुआ था।
एचएएल को कवर करने वाले 22 एनालिस्ट्स में से 17 ने इसे खरीदारी, 3 ने होल्ड और 2 ने सेल रेटिंग दी है। एक साल में इसके शेयरों के चाल की बात करें तो 3 मार्च 2025 को यह एक साल के निचले स्तर ₹3045.95 पर था जिससे 2 महीने में यह 69.60% उछलकर 16 मई 2025 को एक साल के हाई ₹5166.00 पर पहुंच गया।
HAL पर क्या है ब्रोकरेज फर्मों का रुझान
घरेलू ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल ने एचएएल की खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है लेकिन जून तिमाही के कारोबारी नतीजे के बाद टारगेट प्राइस को ₹5,750 से बढ़ाकर ₹5,800 कर दिया है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि तेजस एमके1ए एयरक्राफ्ट ऑर्डर्स के लिए जीई से इंजन की सप्लाई बढ़ती है तो आने वाली तिमाहियों में डिलीवरी में भी तेजी आएगी। इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग के मजबूत ऑर्डरबुक से भी एग्जीक्यूशन ग्रोथ को सपोर्ट मिलने की उम्मीद है। चूंकि इसके शेयर रिकॉर्ड हाई से काफी नीचे हैं जिसके चलते मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक वैल्यूएशन काफी आकर्षक हो गया है।
ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि तेजस विमानों की डिलीवरी और 97 तेजस-एमके1ए के ऑर्डर को अंतिम रूप देने से इसे अच्छा सपोर्ट मिलेगा। इसके अलावा इस वित्त वर्ष आठ विमानों की डिलीवरी और वित्तीय वर्ष 2027 से 16 विमानों की डिलीवरी का अनुमान है। ब्रोकरेज फर्म को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025-28 के बीच डिफेंस कंपनी का रेवेन्यू सालाना 24% और शुद्ध मुनाफा 17% की चक्रवृद्धि रफ्तार से बढ़ सकता है।
नोमुरा ने भी एचएएल की खरीदारी की रेटिंग को बरकरार रखा है और टारगेट प्राइस ₹6100 फिक्स किया है जो इसके शेयरों के लिए सबसे अधिक है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि सभी प्रोजेक्ट्स के लिए एग्जीक्यूशन टाइमलाइन या तो समय पर हैं या शेड्यूल से आगे हैं और एग्जीक्यूशन एस्टीमेट को लेकर डाउनसाइड रिस्क काफी कम है। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक वित्त वर्ष 2025-28 के बीच कंपनी का मुनाफा सालाना 24% की चक्रवृद्धि रफ्तार से बढ़ सकता है।
मॉर्गन स्टैनले की बात करें तो एचएएल के शेयरों को इसने ₹5092 के टारगेट प्राइस के साथ इक्वलवेट रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि मजबूत ऑर्डर मोमेंटम और तेज स्पीड से उसे निपटाने के चलते एचएएल की ग्रोथ को सपोर्ट मिलेगा।
सीएलएसए ने एचएएल को ₹5436 के टारगेट प्राइस पर आउटपरफॉर्म रेटिंग दी है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि इस साल कंपनी लड़ाकू विमानों के लिए बड़ा ऑर्डर मिल सकता है और जीई इंजन की डील इसे सपोर्ट करेगी। हालांकि ऐरोस्पेस प्रोग्राम के पीपीपी मोड पर शिफ्ट होने और इसके हाई मार्जिन पर बने रहने से जुड़ा रिस्क भी है।
जेपीमॉर्गन ने एचएएल की ओवरवेट रेटिंग को बरकरार रखा है और टारगेट प्राइस ₹6,105 पर फिक्स किया है।
यूबीएस ने एचएएल की न्यूट्रल रेटिंग को बरकरार रखा है और टारगेट प्राइस को घटाकर ₹4900 कर दिया है। यूबीएस का कहना है कि डिफेंस सेक्टर में एचएएल की तुलना में इसे भारत इलेक्ट्रॉनिक्स अधिक पसंद है।
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