पहली तिमाही में HCL TECH के नतीजे मिलेजुले रहे हैं। रेवेन्यू में 4% का उछाल आया है। लेकिन मुनाफे में 8% से ज्यादा की गिरावट आई है। मार्जिन पर दबाव और करीब 24% की एट्रीशन रेट से भी कंपनी की फिक्र बढ़ी है। नतीजे और आगे के आउटलुक पर HCL TECH के सीएफओ प्रतीक अग्रवाल (Prateek Aggarwal, CFO, HCL Tech) ने सीएनबीसी-आवाज़ की हर्षदा सावंत से खास बातचीत की। पेश है उनसे बातचीत के प्रमुख अंश-
मार्जिन पर क्यों दिखा दबाव
HCL TECH के सीएफओ प्रतीक अग्रवाल ने सीएनबीसी-आवाज़ से कहा कि मार्जिन पर दो-तीन वजहों से दबाव आया। क्लाइंट से रेवेन्यू मिलने में देरी से मार्जिन पर असर दिखा। कुछ देशों में आउटसोर्स सर्विस खर्च ज्यादा रहा है। एट्रिशन में कमी नहीं होने से भी लागत का दबाव बढ़ा है। हालांकि आने वाली तिमाहियों में मार्जिन सुधरने की उम्मीद है।
दूसरी तिमाही में मार्जिन नहीं जायेगा 17% से नीचे
प्रतीक ने आगे कहा कि Q2 में मार्जिन 17% से नीचे नहीं जाएगा। इसके पीछे का कारण बताते हुए उन्होंने कहा कि जूनियर कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी Q2 में होती है। जबकि Q3 में सीनियर कर्मचारियों की वेतन बढ़ोतरी होती है। हालांकि वेतन में कितनी बढ़ोतरी होगी, ये फिलहाल तय नहीं है। फिर भी यहां से मार्जिन में सुधार ही देखने को मिलेगा। वैसे भी आमतौर पर Q3 में सबसे बेहतरीन मार्जिन रहते हैं।
एचसीएल टेक के सीएफओ ने कहा कि कंपनी द्वारा फ्रेशर्स हायरिंग में कोई कमी नहीं रही है। हमने इस साल 30-35 हजार फ्रेशर्स हायर करने की योजना बनाई है। सालाना आधार पर कर्मचारियों की संख्या 19.5% बढ़ी है। जबकि सालाना आधार पर सर्विस की ग्रोथ भी 19% रही है। उन्होंने कहा इसके आगे भी कर्मचारियों की संख्या बढ़ेगी।
रिकॉर्ड हाई के करीब है पाइप लाइन
कंपनी को मिले ऑर्डर के संदर्भ में बात करते हुए प्रतीक अग्रवाल ने कहा कि इंडस्ट्री से डिमांड में कमी के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। कंपनी को $200 करोड़ से ज्यादा के ऑर्डर मिले है। इतना ही नहीं इस समय पाइप लाइन रिकॉर्ड हाई के करीब है। ऑर्डर में कमी के संकेत नहीं है।
टेक्नोलॉजी और सर्विसेज में दिखी सबसे अच्छी ग्रोथ
किस सेगमेंट में सबसे ज्यादा ग्रोथ रही इसके बारे में बताते हुए प्रतीक ने कहा कि टेक्नोलॉजी और सर्विसेज में सबसे अच्छी ग्रोथ रही। सालाना आधार पर टेक्नोलॉजी और सर्विसेज में 34% ग्रोथ देखने को मिली। जबकि तिमाही आधार पर टेक्नोलॉजी और सर्विसेज में करीब 10% ग्रोथ नजर आई। उन्होंने आगे कहा कि मैन्युफैक्चरिंग में भी काफी मजबूत ग्रोथ रही। सालाना आधार पर मैन्युफैक्चरिंग में 19% की ग्रोथ देखने को मिली। हालांकि रिटेल में दूसरे वर्टिकल के मुकाबले ग्रोथ कम नजर आई।
डिस्क्लेमर: (यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना हेतु दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।)