HDFC Bank के शेयरों में 3 जुलाई को 3 फीसदी से ज्यादा तेजी आई है। 1 जुलाई से HDFC Bank और HDFC का विलय प्रभावी हो गया है और आज की तेजी उसी का नतीजा माना जा रहा है। HDFC Bank के टॉप बॉस शशिधर जगदीशन ने कहा कि विलय के बाद HDFC Bank हर चार साल में अपने साइज का एक नया बैंक क्रियेट कर सकता है। सुबह 10.22 मिनट पर HDFC Bank के शेयर 3.27 फीसदी तेजी के साथ 1757 रुपए पर ट्रेड कर रहे थे। वहीं HDFC Ltd के शेयर भी 3.34 फीसदी की तेजी के साथ 2916.25 रुपए पर कारोबार कर रहे थे।
जगदीशन का मानना है कि विलय के बाद कंपनी का डिस्ट्रीब्यूशन और कस्टमर फ्रेंचाइजी बढ़ा है। इसके साथ ही पर्याप्त कैपिटल, मजबूत एसेट क्वालिटी और प्रॉफिटेबिलिटी के कारण यह मार्केट के उन हिस्सों में अपनी पैठ बढ़ा सकता है जहां अभी तक बैंकिंग सुविधाएं नहीं हैं।
मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि यह मौका HDFC Bank में निवेश करने का है क्योंकि आगे इसमें और ग्रोथ आएगी। ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली का मानना है कि इस शेयर में निवेश से फायदा होगा और यह आकर्षक वैल्यूएशन पर ट्रेड कर रहा है।
HDFC Bank का करेंट वैल्यूएशन एक साल के अर्निंग/शेयर (EPS) का 16 गुना है। यह 15 साल के एवरेज से 20 फीसदी नीचे है। इसका मतलब है कि HDFC Bank के शेयर अपने ऐतिहासिक एवरेज से नीचे ट्रेड कर रहे हैं।
मॉर्गन स्टैनली ने आगे कहा, "रिटर्न के लिहाज से HDFC Bank का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा है।"
HDFC Bank और HDFC के विलय के साथ ही बैंक के 100 फीसदी शेयर पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है। HDFC के मौजूदा शेयरहोल्डर्स के पास बैंक की 41 फीसदी हिस्सेदारी है। HDFC के शेयरहोल्डर्स को हर 25 शेयर पर HDFC Bank के 42 शेयर मिलेंगे।