Hindenburg Research Report Highlights: हिंडनबर्ग रिसर्च मामले में अब बीजेपी की ओर से भी नए खुलासे हो रहे हैं। भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हिंडनबर्ग में मुख्य निवेशक सोरोस हैं। वही इस मामले को पूरी तरह से संभाल रहे हैं। प्रसाद ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के जरिए कांग्रेस पर हमला बोला है
Hindenburg Research Report LIVE Updates अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) के नए खुलासे के बाद सियासी संग्राम शुरू हो गया है। कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं। कांग्रेस ने एक ओर जेपीसी की मांग पर अड़ी हुई है। वहीं बीजेपी ने भी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर कई सवाल उठाएं हैं। इस रिपोर्ट के जरिए बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर हमला बोला है। साथ ही आरोप लगाए है
Hindenburg Research Report LIVE Updates अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग (Hindenburg) के नए खुलासे के बाद सियासी संग्राम शुरू हो गया है। कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं। कांग्रेस ने एक ओर जेपीसी की मांग पर अड़ी हुई है। वहीं बीजेपी ने भी हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर कई सवाल उठाएं हैं। इस रिपोर्ट के जरिए बीजेपी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर हमला बोला है। साथ ही आरोप लगाए हैं कि कांग्रेस शेयर बाजार को पूरी तरह खत्म करना चाहती है। उन्होंने रिपोर्ट पर भारत की अर्थव्यस्था को नुकसान पहुंचाने के आरोप लगाए हैं।
बता दें कि इससे पहले मार्केट रेगुलेटर सेबी (SEBI) ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है और निवेशकों को सलाह दी है कि वह बिलकुल भी न घबराएं। उन्हें हिंडनबर्ग रिपोर्ट (Hindenburg Report) के भ्रम में आने की जरूरत नहीं है। सेबी ने सोमवार को मार्केट खुलने से पहले जारी अपने बयान में रविवार (11 अगस्त) को कहा कि चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच (Madhabi Puri Buch) समय-समय पर सभी जरूरी जानकारियां देती रही हैं। उन्होंने चेयरपर्सन बनने से पहले ही संभावित हितों के टकराव से जुड़े मामलों से खुद को अलग कर लिया था।
सेबी ने कहा कि उसकी 26 जांचों में से अंतिम जांच अब पूरी होने वाली है। उसने अदाणी के खिलाफ हिंडनबर्ग की ओर से लगाए गए आरोपों की विधिवत जांच की है। इनमें पिछली बार की रिपोर्ट में लगाए गए आरोप साबित नहीं हुए हैं। अब ब्लैकस्टोन को लेकर लगाए जा रहे आरोप भी गलत हैं। सेबी ने निवेशकों से कहा कि उन्हें ऐसी रिपोर्टों को लेकर चिंता करने की जरूरत नहीं है। उन्हें हिंडनबर्ग रिपोर्ट के डिस्क्लेमर को भी पढ़ना चाहिए।
सेबी ने कनफ्लिक्ट ऑफ इंट्रेस्ट से जुड़े मसलों पर पूरा ढांचा तैयार किया हुआ है। इसमें सिक्योरिटीज की होल्डिंग और ट्रंसफर की जानकारी देनी होती है। सेबी चीफ ने इन सभी नियमों का पालन किया है। इससे पहले बुच और उनके पति धवल ने आरोपों को निराधार बताया था। दंपति ने कहा कि हिंडनबर्ग पूंजी बाजार नियामक की विश्वसनीयता पर हमला कर रही है। चेयरपर्सन के चरित्र हनन का भी प्रयास किया जा रहा है। हिंडनबर्ग के खुलासे के बाद देश भर में सियासी संग्राम शुरू हो गया है। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस और उद्धव गुट की शिवसेना ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस ने जेपीसी की मांग कर दी है।