पिछले करीब 9 महीने से भारतीय बाजार में भारी दबाव बना हुआ है। इस अवधि में भारतीय बाजार से भारी मात्रा में विदेशी पूंजी निकलती नजर आई है। सेंसेक्स-निफ्टी अक्टूबर 2021 के अपने ऑल टाइम हाई से 16 फीसदी से ज्यादा टूट गए हैं। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स इंडेक्स अपने ऑल टाईम हाई से करीब 16 फीसदी टूट गया है। वहीं 50 शेयरों वाला इंडेक्स निफ्टी अपने ऑल टाइम हाई से करीब 18 फीसदी नीचे नजर आ रहा है।
2022 में अब तक Nifty 500 इंडेक्स करीब 12 फीसदी टूटा है। जबकि सेंसेक्स और निफ्टी करीब 10 फीसदी टूटे हैं। बाजार में किस कदर गिरावट आई है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि बीएसई 500 इंडेक्स में शामिल 85 फीसदी से ज्यादा स्टॉक अपने 200 डे मूविंग एवरेज के नीचे नजर आ गए हैं।
क्या यह 200 DMA के नीचे ट्रेड कर रहे शेयरों को खरीदने का समय है?
सामान्य तौर पर यह माना जाता है कि जब कोई स्टॉक अपने 200 DMA के नीचे चला जाता है तो फिर उसके बाद इसमें ट्रेड रिवर्सल आता है और ये ऊपर की तरफ गति करता है। ऐसे में सवाल यह है कि जब बीएसई 500 इंडेक्स के 85 फीसदी स्टॉक 200 DMA के नीचे चले गए हैं तो क्या इनमें खरीदारी का कोई तुक बनता है।
BNP Paribas के गौरव रत्नपारखी का कहना है कि किसी स्टॉक में खरीदारी का मानक सिर्फ यह नहीं होना चाहिए कि वह अपने 200 DMA के नीचे चला गया है। कई बार ऐसा होता है कि ऐसे स्टॉक काफी लंबे समय तक इस लेवल के नीचे बने रहते हैं । ऐसे में आपके लिए मुश्किल हो सकती है। इसलिए निवेश निर्णय लेने से पहले किसी स्टॉक के इंडिविजुअल चार्ट का विश्लेषण जरूर करें। इसके अलावा कंपनी के बिजनेस मॉडल, उसके प्रोडक्ट पोर्टफोलियो, वित्तीय स्थिति, उसके मैनेजमेंट की योग्यता, कारोबारी संभावनाओं को ध्यान में रखें।
कुछ मार्केट एनालिस्ट का कहना है कि वर्तमान बाजार परिस्थितियां लंबी अवधि के नजरिए से पोर्टफोलियो बनाने के लिए काफी अच्छी नजर आ रही हैं। इनका मानना है कि ग्लोबल परिस्थितियां इस समय भारतीय बाजार के सेटिमेंट पर अपना असर डाल रही हैं लेकिन यह ध्यान रखने की जरुरत है कि भारतीय कंपनियां अपने ग्लोबल पीयर्स की तुलना में बेहतर स्थिति में हैं। एक बार स्थितियां सामान्य होने पर भारतीय बाजार में काफी अच्छी तेजी देखने को मिलेगी।
Green Portfolio के दिवम शर्मा (Divam Sharma)का कहना है कि कम से कम 2-3 साल के निवेश नजरिए से बाजार में इस समय काफी अच्छे मौके नजर आ रहे हैं। इस समय बाजार में तमाम अच्छी कंपनियां सिंगल डिजिट PE मल्टीपल पर उपलब्ध हैं जिनमें आगे जोरदार तेजी देखने को मिल सकती है।
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