बाजार अभी भी अपने बॉटम से दूर है। अमेरिका में ब्याज दरों में बढ़ोतरी भारत की तुलना में ज्यादा रहेगी। जिसकी वजह से भारत से विदेशी पूंजी में और निकासी की संभावना है। इसका असर रुपये पर भी आता नजर आएगा। ये बातें आईआईएफएल सिक्योरिटीज के चेयरमैन आर वेंकटरमण ने मनीकंट्रोल को दिए अपने एक इंटरव्यू में कही हैं।
बाजार अभी भी अपने बॉटम से कुछ दूर है और इसमें अभी 15 फीसदी की और गिरावट देखने को मिल सकती है। वेंकटरमण का कहना है कि भारी करेक्शन के बाद अब Cipla, SBI Life, HUL, ITC, Ashok Leyland, Persistent Systems, Deepak Nitrite, ICICI Bank जैसे शेयर काफी अच्छे नजर आ रहे हैं और यह हमारी टॉप पिक में शामिल हैं।
उन्होंने इस बातचीत में उन्होंनेआगे कहा कि जब तक महंगाई नियत्रंण में नहीं आती तब तक केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में बढ़ोतरी की नीति पर कायम रहेंगे। हमें महंगाई में जल्द कमी आने की संभावना नजर नहीं आ रही है। ऐसे में दुनियाभर के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में ज्यादा आक्रामक तरीके से बढ़ोतरी करते नजर आएंगे। इसके चलते बाजार में अभी वर्तमान स्तरों से 15 फीसदी तक की और गिरावट की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। ऐसे में ट्रेडरों और निवेशकों को सलाह होगी कि वह बाजार पर सर्तक नजरिया बनाए रखें ।
उन्होंने आगे कहा कि अगली कुछ तिमाहियों में दुनियाभर में महंगाई और मंदी का दबाव कायम रहेगा। आगे हमें बढ़ती महंगाई के कारण खर्च और मांग में गिरावट देखने को मिलेगी। बढ़ती उत्पादन लागत के कारण कमोडिटी खपत वाली कंपनियों के मार्जिन पर दबाव रहेगा। हालांकि कमोडिटी बनाने वाली कंपनियों खासकर अप स्ट्रीम ऑयल एंड गैस और रिफाइनरिंग कंपनियों को मुनाफा होता नजर आएगा।
किन सेक्टरों और शेयरों पर है उनकी नजर? इस सवाल का जवाब देते हुए आर वेंकटरमण ने कहा कि ट्रक बनाने वाली कंपनियां, एफएमसीजी, ग्रामीण इकोनॉमी से जुड़ी कंपनियां, आईटी, चुनिंदा ऑटो कंपनियां, केमिकल कंपनियां और कुछ चुनिंदा फार्मा कंपनियां उनको अच्छी लग रही हैं। वहीं सीमेंट, हाउसिंग, बिल्डिंग मटेरियल, कंज्यूमर डिस्क्रीशनरी और ऑयल मार्केट कंपनियों से दूर रहने की सलाह होगी।
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