कोविड -19 महामारी के चलते पिछले 2 साल के दौरान बीयर की बिक्री में सुस्ती देखने को मिली थी। कोविड के मामलों में कमी और लॉकडाउन के हटने के साथ ही बीयर बनाने वाली कंपनियों United Breweries, B9 Beverages और DeVANS Modern Breweries की बल्ले-बल्ले हो गई है। इन कंपनियों ने बिक्री में जोरदार बढ़ोतरी दर्ज की है।
Godfather, Kotsberg Pils और Six Fields जैसे ब्रांड की बिक्री करने वाली DeVANS Modern Breweries ने बताया है कि साल 2022 के पहले 5 महीनों में कंपनी की बिक्री कोविड पूर्व के अवधि की तुलना में 15 फीसदी ज्यादा रही है।
DeVANS Modern के मैनेजिंग डायरेक्टर प्रेम दीवान का कहना है कि वित्त वर्ष 2023 के अंत तक वित्त वर्ष 2020 की तुलना में 80 फीसदी ग्रोथ की उम्मीद है। वित्त वर्ष 2023 में कंपनी की बिक्री 80 लाख केस रह सकती है और वित्त वर्ष 2024 में यह 12 लाख केस का आंकड़ा पार कर सकती है।
इसी तरह Kingfisher और Heineken ब्रांड की बीयर बेचने वाली United Breweries का भी कहना है कि इस साल तेज गर्मी पड़ने के साथ ही हमारी बिक्री में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है। मार्च का महीना हमारे लिए अच्छा रहा है जिससे आगे के लिए अच्छे संकेत नजर आ रहे हैं।
बीयर बनाने वाली कंपनियां इस सीजन में जोरदार बिक्री के लिए अपने आप तैयार कर रही हैं और अपनी उत्पादन क्षमता बढ़ाने पर फोकस कर रही हैं। हालांकि रुस -यूक्रेन वार के चलते सप्लाई चेन में आई दिक्कत और बढ़ती महंगाई ने उनके उत्साह को कुछ चोट पहुंचाई है।
Bira91 craft beer बनाने वाली B9 Beverages ने बताया है कि उत्तर , पूर्व और पश्चिम भारत में स्थित उसकी उत्पादन इकाईयां लगभग अपनी पूरी क्षमता से कारोबार कर रही हैं। इसके बावजूद कंपनी देश के कुछ हिस्से में मांग पूरी नहीं कर पा रही है।
गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन ऐसे देश है जो दुनिया के एक तिहाई जौ और गेहूं का निर्यात करते हैं। इन दोनों के बीच चल रहे युद्ध के कारण गेहूं और जौ की शॉर्टेज हो गई है। यह भी बता दें कि बीयर बनाने में जौ और गेहूं का उपयोग होता है।
भारत में भी एकाएक तेज गर्मी पड़ने के कारण गेहूं के उत्पादन में कमी आई है। सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए गेहूं का उत्पादन अनुमान 11.12 करोड़ टन से घटाकर 10.5 करोड़ टन कर दिया है। जौ और गेहूं की यह शॉर्टेज बीयर मार्केट के लिए एक बड़ी चुनौती है। बीयर इंडस्ट्री के मुताबिक जौ की कीमतें दोगुने से ज्यादा हो गई है जबकि ग्लास बॉटल की कीमत में 30 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी आई है। इसमें अभी और बढ़ोतरी आने की उम्मीद है।
बीयर कंपनियां कच्चे माल की सुचारू सप्लाई बनाए रखते हुए उत्पादन लागत घटाने पर काम कर रही हैं। बीयर बनाने वाली कंपनियों ने बढ़ती लागत की भरपाई करने के लिए कीमतों में बढ़ोतरी का रास्ता भी अपनाया हैं।
United Breweries ने दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश और कई दूसरे राज्यों में अपने भाव में बढ़ोतरी की है। इसी तरह B9 Beverages ने भी Bira 91 के भाव में बढ़ोतरी की है। कंपनियों ने इस तरह के संकेत दिए हैं कि वे अपने मार्जिन को मजबूत बनाए रखने के लिए दूसरी राज्य सरकारों के साथ भी कीमत बढ़ोतरी पर बातचीत की प्रक्रिया में है।
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