बेंचमार्क इक्विटी इंडेक्स (Benchmark equity indices) 8 अप्रैल को समाप्त हुए अत्यधिक वोलाटाइल हफ्ते में मामूली रूप से उच्च स्तर पर बंद हुए। हफ्ते की शुरुआत में एचडीएफसी-एचडीएफसी बैंक (HDFC-HDFC Bank) विलय की घोषणा के साथ ही बाजार मिला-जुला संकेत देता रहा। वहीं पिछले कारोबारी हफ्ते में फेड ने ब्याज दर में बढ़ोतरी रुख दिखाया और आरबीआई ने "समायोजन" रुख बरकरार रखते हुए दरों में कोई बदलाव नहीं किया।
पिछले हफ्ते बीएसई सेंसेक्स 170.49 अंक (0.28 प्रतिशत) की तेजी के साथ 59,447.18 पर बंद हुआ। निफ्टी 50 113.9 अंक (0.64 प्रतिशत) की बढ़त के साथ 17,784.35 के स्तर पर बंद हुआ।
बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में 3.7 प्रतिशत की तेजी देखने को मिली। इसमें Swan Energy, Shree Renuka Sugars, Suryoday Small Finance Bank, BLS International Services, OnMobile Global, Zuari Agro Chemicals, Railtel Corporation of India, Ramco System, Jaiprakash Associates, 3i Infotech, Reliance Capital and Siyaram Silk Mills. However, losers included Everest Industries, GRM Overseas, Future Retail, TeamLease Services, V-Mart Retail, AVT Natural Products और Expleo Solutions में बढ़त दर्ज की गई।
वहीं बीएसई मिड-कैप इंडेक्स भी 3.5 प्रतिशत उछला। इसमें Bajaj Holdings & Investment, Tata Power Company, Bharat Electronics, Vodafone Idea, JSW Energy और NHPC में तेजी देखने को मिली। दूसरी तरफ hand, RBL Bank, Rajesh Exports, MphasiS और Zee Entertainment Enterprises में गिरावट रही।
पिछले हफ्ते बीएसई लार्ज-कैप इंडेक्स में एक प्रतिशत की बढ़त रही। इसमें Adani Green Energy, Ambuja Cements, FSN E-Commerce Ventures Nykaa, Tata Motors - DVR, Havells India and One 97 Communications Paytm के शेयरों ने बढ़त में योगदान दिया।
बीएसई सेंसेक्स पर मार्केट वैल्यू के लिहाज से सबसे ज्यादा बढ़त Hindustan Unilever में देखने को मिली। इसके बाद ITC, ICICI Bank और Asian Paints की मार्केट वैल्यू सबसे ज्यादा बढ़ी। वहीं दूसरी तरफ Infosys, Tata Consultancy Services और Reliance Industries की मार्केट वैल्यू में सबसे ज्यादा गिरावट देखी गई। (डिस्क्लेमर: नेटवर्क 18 मीडिया एंड इनवेस्टमेंट लिमिटेड पर इंडिपेंडेंट मीडिया ट्रस्ट का मालिकाना हक है। इसकी बेनफिशियरी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज है।)
पिछले हफ्ते भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले गिर गया था। 8 अप्रैल को INR 12 पैसे कम होकर 75.90 प्रति डॉलर पर बंद हुआ। रुपया 31 मार्च को 75.78 पर बंद हुआ था।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (Foreign Institutional Investors (FIIs) ने 6,337.53 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी। घरेलू संस्थागत निवेशकों (Domestic Institutional Investors (DIIs) ने भी 4,161.54 करोड़ रुपये की इक्विटी खरीदी।
सेक्टोरल इंडेक्स पर नजर डालें तों बीएसई पावर इंडेक्स 9 प्रतिशत, बीएसई एफएमसीजी इंडेक्स 4.4 प्रतिशत और मेटल इंडेक्स 4 प्रतिशत बढ़ा। वहीं बीएसई का इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी इंडेक्स 2 प्रतिशत फिसल गया।