IDFC First Bank March Quarter Results: प्राइवेट सेक्टर के IDFC फर्स्ट बैंक का जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में स्टैंडअलोन बेसिस पर शुद्ध मुनाफा सालाना आधार पर 58 प्रतिशत कम होकर 304 करोड़ रुपये रह गया। एक साल पहले यह 724.35 करोड़ रुपये था। बैंक की कुल कमाई एक साल पहले से 14.6 प्रतिशत बढ़कर 11308.35 करोड़ रुपये हो गई। मार्च 2024 तिमाही में यह 9861.21 करोड़ रुपये थी।
मार्च 2025 तिमाही में बैंक का ग्रॉस NPA घटकर 1.87 प्रतिशत पर आ गया, जो एक साल पहले समान तिमाही में 1.88 प्रतिशत था। नेट एनपीए 0.53 प्रतिशत रहा, जो मार्च 2024 तिमाही में 0.60 प्रतिशत था।
पूरे वित्त वर्ष 2024-25 में IDFC फर्स्ट बैंक की स्टैंडअलोन बेसिस पर कुल इनकम 43523.20 करोड़ रुपये हो गई। एक साल पहले यह 36324.50 करोड़ रुपये थी। शुद्ध मुनाफा 1524.85 करोड़ रुपये हो गया, जो वित्त वर्ष 2024 में 2956.51 करोड़ रुपये था।
कितने रुपये का मिलेगा डिविडेंड
IDFC फर्स्ट बैंक के बोर्ड ने शेयरहोल्डर्स को वित्त वर्ष 2025 के लिए 0.25 रुपये यानि 25 पैसे प्रति शेयर का डिविडेंड देने की सिफारिश की है। इस पर बैंक के बोर्ड की सालाना आम बैठक में शेयरहोल्डर्स की मंजूरी ली जाएगी। डिविडेंड के लिए रिकॉर्ड डेट अभी तय नहीं हुई है। इससे पहले बैंक ने साल 2018 में 0.75 रुपये प्रति शेयर के फाइनल डिविडेंड की घोषणा की थी।
2 सप्ताह में शेयर 10 प्रतिशत मजबूत
IDFC फर्स्ट बैंक के शेयर की कीमत वर्तमान में 66.15 रुपये है। बैंक का मार्केट कैप 48400 करोड़ रुपये है। पिछले 2 सप्ताह में शेयर की कीमत 10 प्रतिशत मजबूत हुई है। बैंक में पूरी 100 प्रतिशत हिस्सेदारी पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास है। शेयर की फेस वैल्यू 10 रुपये है। शेयर ने बीएसई पर 52 सप्ताह का उच्च स्तर 86.08 रुपये 26 अप्रैल 2024 को देखा था। 52 सप्ताह का निचला स्तर 52.50 रुपये 7 अप्रैल 2025 को देखा गया।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।