Groww Share Price: घरेलू स्टॉक में खरीदारी के माहौल में आज दिग्गज स्टॉकब्रोकिंग प्लेटफॉर्म ग्रो की पैरेंट कंपनी बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स (Billionbrains Garage Ventures) के शेयर रॉकेट बन गए। ग्रो के शेयरों की इस ताबड़तोड़ तेजी के चलते आईपीओ निवेशक महज चार कारोबारी दिनों में 64% से अधिक मुनाफे में पहुंच गए। वहीं लिस्टिंग प्राइस के हिसाब से यानी लिस्टिंग के बाद से यह 46% से अधिक उछल चुका है। इस तेजी का कुछ निवेशकों ने फायदा उठाया जिससे भाव थोड़े नरम पड़े लेकिन अब भी यह काफी मजबूत स्थिति में है। फिलहाल बीएसई पर यह 10.62% की बढ़त के साथ ₹164.17 पर है। इंट्रा-डे में यह 10.84% उछलकर ₹164.50 तक पहुंचा था। इसके ₹100 के शेयर बीएसई पर 12 नवंबर को ₹114 और एनएसई पर ₹112 के भाव पर लिस्ट हुए थे।
Groww के IPO को मिला था धमाकेदार रिस्पांस
ग्रो ने 3 नवंबर को एंकर निवेशकों से ₹2984 करोड़ से अधिक जुटाए थे। फिर इसका ₹6,632.30 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 4-7 नवंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 17.60 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस इश्यू का प्राइस बैंड ₹95-₹100 फिक्स किया गया था। Peak XV, टाइगर कैपिटल (Tiger Capital), और माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला (Microsoft CEO Satya Nadella) जैसे दिग्गज निवेशकों के निवेश वाली कंपनी ग्रो आईपीओ के पैसों को टेक्नोलॉजी के डेवलपमेंट और कारोबारी विस्तार पर खर्च करेगी। ग्रो ने बाजार नियामक सेबी के पास आईपीओ का ड्राफ्ट गोपनीय तरीके से मई महीने में दाखिल किया था जिस पर सेबी की मंजूरी अगस्त महीने में मिली थी। इसके आईपीओ के तहत ₹1,060.00 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं और बाकी शेयरों की ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिक्री हुई है।
ग्रो में किसकी-कितनी हिस्सेदारी?
वर्ष 2016 में बनी ग्रो देश की सबसे बड़ी स्टॉकब्रोकर है। जून 2025 तक के आंकड़ों के हिसाब से इसके 1.26 करोड़ से अधिक एक्टिव क्वाइंट्स हैं और इसका मार्केट शेयर 26% है। देश में तेजी से बढ़ रहे कैपिटल मार्केट में ग्रो की टक्कर जीरोधा (Zerodha), एंजेल वन (Angel One) और अपस्टॉक्स (Upstox) जैसे दिग्गजों से है। ग्रो की पैरेंट कंपनी बिलियनब्रेन्स गैराज वेंचर्स के शेयरहोल्डर्स की बात करें तो सितंबर 2025 के पैटर्न के मुताबिक इसमें 27.81% हिस्सेदारी प्रमोटर्स की है और बाकी 72.19% पब्लिक शेयरहोल्डर्स हैं। पब्लिक शेयरहोल्डर्स में बात करें तो इसमें 22 म्यूचुअल फंड्स की 3.34% और 11 बीमा कंपनियों की 0.28% हिस्सेदारी है। साथ ही ₹2 लाख तक के निवेश वाले 4,98,037 खुदरा निवेशकों की 3.18% होल्डिंग है। अब विदेशी निवेशकों की बात करें तो इसमें उनकी 57.15% हिस्सेदारी है।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।