IDFC First Bank share : पहली तिमाही में IDFC First Bank का प्रॉफिट 32 फीसदी घटा है। जबकि NII (नेट इंटरेस्ट मार्जिन ) में 5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पहली तिमाही में कंपनी का एनपीए 1.87 फीसदी (तिमाही-दर-तिमाही) से बढ़कर 1.97 फीसदी हो गया है। वहीं, नेट एनपीए 0.53 फीसदी (तिमाही-दर-तिमाही) से बढ़कर 0.55 फीसदी पर रहा है। कंपनी के नतीजे और आगे के ग्रोथ आउटलुक पर चर्चा करते हुए IDFC फर्स्ट बैंक के CFO सुधांशु जैन ने कहा कि इस तिमाही में बैंक के लिए की चुनौतियां रहीं हैं। आगे कारोबार में रिकवरी संभव है। FD रेट में कटौती का फायदा Q3-Q4 में दिख सकता है। इस तिमाही में क्रेडिट कॉस्ट ऊंच रहा है। आगे इसमें कमी आने की उम्मीद है। मजबूत लोन ग्रोथ से आगे आय को सपोर्ट मिलेगा। MFIs में स्लिपेजेज घटने से आगे क्रेडिट कॉस्ट सुधरेगी।
उन्होंने आगे कहा कि बैंक के लिए पहली तिमाही थोड़ा सुस्त रही, आगे नतीजों में सुधार संभव है। कॉस्ट ऑफ फंड्स में 0.9 फीसदी की कमी रही है।
कॉस्ट ऑफ फंड्स में आगे और गिरावट की उम्मीद है। फिक्स रेट्स भी बैंक ने कटौती की है। FD रेट्स घटने का असर Q3 और Q4 में दिखेगा। लोन ग्रोथ बरकरार रहने की उम्मीद है। आगे कोई चुनौती नहीं है। मॉर्गेज,व्हीकल, बिजनेस बैंकिंग का लोन ग्रोथ में ज्यादा योगदान रहा है। होलसेल सेगमेंट से भी लोन ग्रोथ को सपोर्ट मिला है। पहली तिमाही में तिमाही आधार पर 26 फीसदी डिपॉजिट ग्रोथ रही है।
इस बातचीत में सुधांशु जैन ने आगे कहा कि दूसरी तिमाही में लोन ग्रोथ में मजबूती बरकरार रहेगी। मॉर्गेज, व्हीकल और बिजनेस बैंकिंग से अच्छी लोन ग्रोथ की उम्मीद है। पर्सनल और गोल्ड लोन ग्रोथ भी बेहतर रह सकती है। लोन ग्रोथ 25-26 फीसदी के रेंज में रहने की उम्मीद है। पिछले 1 साल में MFI सेगमेंट पर दबाव रहा है। बैंक के पोर्टफोलियो में लगातार सुधार हो रहा है। क्रेडिट कॉस्ट में आगे लगातार सुधार होगा। MFI सेगमेंट में कलेक्शन भी लगातार सुधर रहा है। सुधांशु जैन ने बताया कि पहली तिमाही में बैंक की प्रोविजनिंग ज्यादा रही है। MFI की वजह से प्रोविजन ज्यादा रहे हैं। क्रेडिट कॉस्ट बढ़ने का भी असर रहा है।
कैसी रही स्टॉक की चाल
IDFC First Bank की चाल पर नजर डालें तो ये शेयर 0.41 रुपए यानी 0.58 फीसदी की बढ़त के साथ 71.11 रुपए के स्तर पर दिख रहा है। आज का इसका दिन का हाई 71.55 रुपए है। वहीं, इसका दिन का लो 69.23 रुपए है।
शेयर पर ब्रोकरेज की राय
हाई ट्रेडिंग इनकम के चलते बैंक का कर बाद मुनाफी जेपी मॉर्गन के अनुमान से 16 फीसदी ज्याद रहा है। हालाकि, मुख्य इंडीकेटर अभी भी कमज़ोर बने हुए हैं। ब्रोकरेज ने 65 रुपये प्रति शेयर के प्राइस टारगेट के साथ अपनी 'न्यूट्रल' रेटिंग बरकरार रखी है।
घरेलू ब्रोकिंग हाउस नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने भी स्टॉक पर अपनी 'होल्ड' रेटिंग बरकरार रखी है और 68 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस बनाए रखा है। ब्रोकरेज ने बताया है कि तिमाही के दौरान बैंक एमएफआई स्लिपेज और एसएमए में कमी आई है, जबकि एमएफआई बुक में गिरावट के बावजूद बैंक ने ऋण और जमा में बढ़त हुई है। आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के एनआईएम में तिमाही-दर-तिमाही 24 बेसिस प्वाइंट की गिरावट दर्ज की गई है और इसने अपने प्रतिस्पर्धियों से बेहतर प्रदर्शन किया है।
दूसरी ओर, ब्रोकरेज फर्म जेफ़रीज़ ने 82 रुपये प्रति शेयर के लक्ष्य मूल्य के साथ अपनी 'buy' कॉल बरकरार रखी है, क्योंकि बैंक का मुनाफ़ा हाई क्रेडिट कॉस्ट के कारण उसके अनुमान से थोड़ा कम रहा है। नरम आर्थिक परिस्थितियों के कारण गैर-माइक्रो फाइनेंशियल सेक्टर के स्लिपेज में बढ़त देखने को मिली है। आगे चलकर, RoA में सुधार अहम होगा।
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