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IEX Share Price: क्या होती है मार्केट कपलिंग, जिसके चलते IEX के शेयर हुए 30% क्रैश? 6 प्वाइंट में समझें पूरा मामला

IEX Share Price Crash: सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (CERC) ने जनवरी 2026 से मार्केट कपलिंग के नियम को लागू करने की मंजूरी दे दी है। इस नियम को IEX के बिजनेस मॉडल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, जिसके चलते आज इसके शेयरों को बेचने की होड़ लग गई।मार्केट कपलिंग का यह नियम क्या है? IEX को इस नियम के लागू होने से कैसे नुकसान हो सकता है? आइए इसे विस्तार से समझते हैं

Vikrant singhअपडेटेड Jul 24, 2025 पर 3:14 PM
IEX Share Price: क्या होती है मार्केट कपलिंग, जिसके चलते IEX के शेयर हुए 30% क्रैश? 6 प्वाइंट में समझें पूरा मामला
IEX Share Price Crash: कंपनी के शेयर अपने 151 रुपये के 52-वीक लो के काफी करीब कारोबार कर रहे हैं

IEX Share Price Crash: इंडियन एनर्जी एक्सचेंज (IEX) के शेयरों में आज 24 जुलाई को भारी गिरावट आई। शेयर बाजार खुलते ही इस सरकारी कंपनी के शेयरों का भाव 30% गिरकर अपनी लोअर सर्किट सीमा में पहुंच गया। इस गिरावट की इकलौती सबसे बड़ी वजह रही मार्केट कपलिंग नियम का ऐलान। सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन (CERC) ने जनवरी 2026 से मार्केट कपलिंग के नियम को लागू करने की मंजूरी दे दी है। इस नियम को IEX के बिजनेस मॉडल के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, जिसके चलते आज इसके शेयरों को बेचने की होड़ लग गई।मार्केट कपलिंग का यह नियम क्या है? IEX को इस नियम के लागू होने से कैसे नुकसान हो सकता है? आइए इसे विस्तार से समझते हैं।

1. क्यों लागू हो रहा मार्केट कपलिंग का नियम?

भारत में इस समय तीन मुख्य पावर एक्सचेंज हैं। इनमें IEX के अलावा पावर एक्सचेंज इंडिया लिमिटेड (PXIL) और हिंदुस्तान पावर एक्सचेंज लिमिटेड (HPX) हैं। जैसे स्टॉक एक्चेंजों पर शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं, वैसे हीं पावर एक्सचेंजों पर बिजली खरीद और बेची जाती हैं। लेकिन जैसे आपने देखा होगा कि स्टॉक एक्सचेजों पर एक ही शेयर की कीमत में कुछ अंतर होता है। बीएसई और एनएसई पर एक ही शेयर के दो भाव होते हैं और उनमें कुछ पैसों का अंतर होता है। वैसे ही पावर एक्सचेजों पर भी होता है। यानी हर पावर एक्सचेंज पर इलेक्ट्रिसिटी की कॉस्ट, थोड़ी ही सही लेकिन अलग है। लेकिन इसी समस्या को दूर करने के लिए सरकार मार्केट कपलिंग लागू करने पर विचार कर रही है।

2. मार्केट कपलिंग क्या होती है?

मार्केट कंपलिंग एक मॉडल है, जिसके तहत सभी पावर एक्सचेंजों पर Buy और Sell की आने वाली बोलियों को एक जगह इकठ्ठा करके मिलाया जाता है और फिर उसके आधार पर एक समान मार्केट क्लियरिंग प्राइस (MCP) तय किया जाता है। इससे सभी पावर एक्सचेंजों पर कारोबार हो रही बिजली की एक समय में एक ही कीमत होगी।

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