IndiGo Stock Price: एयरलाइन इंडिगो की पेरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन के शेयरों में 16 जून को 2 प्रतिशत की तेजी आई और यह बीएसई पर 5379.15 रुपये पर बंद हुआ। दिन में शेयर लगभग 3 प्रतिशत चढ़कर 5405 रुपये के हाई तक गया। ऐसी खबरें थीं कि इंडिगो में ब्लॉक डील के जरिए प्रमोटर्स 4 प्रतिशत तक की हिस्सेदारी बेचकर लगभग 1 अरब डॉलर या 8600 करोड़ रुपये जुटा सकते हैं। कंपनी के को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर राहुल भाटिया इस डील में सेलर हो सकते हैं।
लेकिन कंपनी ने एक बयान में कहा है कि ये खबरें केवल अटकलें हैं। कंपनी ने कहा है, "इंटरग्लोब एंटरप्राइजेज इंडिगो के लॉन्ग टर्म प्लांस की देखरेख के लिए दृढ़ता से प्रतिबद्ध है और वर्तमान में हमारा प्राइमरी फोकस एयरलाइन के विकास का अगला चरण बना हुआ है।" कंपनी ने यह भी कहा कि हिस्सेदारी बिक्री की रिपोर्ट्स अटकलें हैं और उनका कोई तथ्यात्मक आधार नहीं है।
मार्च 2025 के आखिर तक इंटरग्लोब एविएशन में प्रमोटर्स और प्रमोटर ग्रुप्स के पास 49.27 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। इसमें से 35.71 प्रतिशत हिस्सेदारी Interglobe Enterprises के पास थी। राकेश गंगवाल और संबंधित एंटिटीज के पास 13.53 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। राहुल भाटिया के पास व्यक्तिगत तौर पर 0.1 प्रतिशत हिस्सेदारी थी।
जेफरीज ने दोहराई 'बाय' रेटिंग
Indigo के शेयर में तेजी की एक दूसरी वजह यह भी रही कि ब्रोकरेज फर्म जेफरीज ने 'बाय' रेटिंग को बरकरार रखा है। ब्रोकरेज को आने वाली तिमाहियों में इंडिगो में अच्छी ग्रोथ की गुंजाइश दिख रही है। जेफरीज ने टारगेट प्राइस 6,300 रुपये प्रति शेयर रखा है। यह 16 जून को BSE पर बंद भाव से 17 प्रतिशत ज्यादा है। इंडिगो का मार्केट कैप 2 लाख करोड़ रुपये है। शेयर पिछले 3 महीनों में 14 प्रतिशत चढ़ा है। वहीं केवल एक सप्ताह में 5 प्रतिशत से ज्यादा नीचे आया है।
मई में मॉर्गन स्टेनली ने इंडिगो के शेयर के लिए 'ओवरवेट' रेटिंग के साथ 6,502 रुपये प्रति शेयर का टारगेट प्राइस दिया था। ICICI सिक्योरिटीज ने 'बाय' रेटिंग के साथ 6377 रुपये का टारगेट सेट किया था।
हाल ही में राकेश गंगवाल ने बेचे थे शेयर
इंडिगो के को-फाउंडर राकेश गंगवाल और संबंधित एंटिटीज ने 27 मई 2025 को कंपनी में 5.8 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची थी। गंगवाल, राहुल भाटिया के साथ तीखे विवाद के बाद चरणबद्ध तरीके से अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं। दोनों के बीच कॉरपोरेट गवर्नेंस के मुद्दों पर विवाद हुआ है। फरवरी 2022 से गंगवाल और उनकी पत्नी शोभा गंगवाल इंडिगो में अपने शेयर बेच रहे हैं। सितंबर 2022 में राकेश गंगवाल और शोभा गंगवाल ने 2.74 प्रतिशत हिस्सेदारी 2,005 करोड़ रुपये में बेची थी।
फरवरी 2023 में शोभा गंगवाल ने कंपनी में 4 प्रतिशत हिस्सेदारी 2,944 करोड़ रुपये में बेची। इसके बाद अगस्त में शोभा गंगवाल ने कंपनी में लगभग 2.9 प्रतिशत हिस्सेदारी 2,800 करोड़ रुपये से कुछ अधिक में बेच दी। राकेश गंगवाल ने मार्च 2024 में इंडिगो के 5.8 प्रतिशत शेयर बेचे। अगस्त 2024 में राकेश गंगवाल की फैमिली ट्रस्ट ने इंडिगो में 5.24 प्रतिशत हिस्सेदारी 9,549 करोड़ रुपये में बेची थी।
3 महीनों में इंडिगो का शेयर 14 प्रतिशत उछला
जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में कंपनी को ₹3,067.5 करोड़ का शुद्ध मुनाफा हुआ, जो सालाना आधार पर 62% ज्यादा है। ऑपरेशनल इनकम सालाना आधार पर 24% बढ़कर ₹22,151.9 करोड़ हो गई। यह पिछले साल ₹17,825.3 करोड़ थी। EBITDA ₹6,948.2 करोड़ रहा, जो कि मार्च 2024 तिमाही में ₹4,412.3 करोड़ था। EBITDA मार्जिन बढ़कर 31.4% हो गया।
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