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Integrity Infrabuild Developers IPO Listing: फ्लैट एंट्री के बाद भी सुस्ती नहीं हुई खत्म, आईपीओ निवेशकों को झटका

Integrity Infrabuild Developers IPO Listing:इंटीग्रिटी इंफ्राबिल्ड डेवलपर्स क्लास-ए सिविल कॉन्ट्रैक्टर है जो गुजरात सरकार के पास रजिस्टर्ड है। यह सरकारी प्रोजेक्ट पर काम करती है। इसके आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर जारी हुए हैं। चेक करें कंपनी की कारोबारी सेहत कैसी है और आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैसे करेगी?

अपडेटेड May 20, 2025 पर 3:59 PM
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Integrity Infrabuild Developers IPO Listing: इंटीग्रिटी इंफ्राबिल्ड डेवलपर्स का ₹12 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 12-15 मई तक खुला था। आज इसके शेयरों की लिस्टिंग हुई है।

Integrity Infrabuild Developers IPO Listing: सड़कें, बिल्डिंग्स और पुल बनाने वाली इंटीग्रिटी इंफ्राबिल्ड डेवलपर्स के शेयरों की आज NSE SME पर फीकी एंट्री हुई। इसके आईपीओ को ओवरऑल 2.17 गुना बोली मिली थी। आईपीओ के तहत 100 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए थे। आज NSE SME पर इसकी 100.80 रुपये पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को महज 0.80 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Integrity Infrabuild Developers Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद भी शेयरों में जोश नहीं दिख रहा है और हल्का-सा ही ऊपर चढ़े। उछलकर यह 104.85 रुपये (Integrity Infrabuild Developers Share Price) पर पहुंच गया। दिन के आखिरी में यह 103.50 रुपये पर बंद हुआ है कि यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक अब 3.50 फीसदी मुनाफे में हैं।

Integrity Infrabuild Developers IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च

इंटीग्रिटी इंफ्राबिल्ड डेवलपर्स का ₹12 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 12-15 मई तक खुला था। यह आईपीओ ओवरऑल 2.17 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित आधा हिस्सा 2.26 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 12 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से 5.03 करोड़ रुपये मशीनरी और इक्विपमेंट की खरीदारी, 3.64 करोड़ रुपये वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।


Integrity Infrabuild Developers के बारे में

वर्ष 2017 में बनी इंटीग्रिटी इंफ्राबिल्ड डेवलपर्स क्लास-ए सिविल कॉन्ट्रैक्टर है जो गुजरात सरकार के पास रजिस्टर्ड है। यह सरकारी प्रोजेक्ट पर काम करती है। कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो वित्त वर्ष 2022 में इसे 30 लाख रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था जो अगले वित्त वर्ष 2023 में गिरकर 29 लाख रुपये पर आ गया। फिर स्थिति सुधरी और वित्त वर्ष 2024 में मुनाफा तेजी से उछलकर 95 लाख रुपये पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी के रेवेन्यू में भी उतार-चढ़ाव रहा। वित्त वर्ष 2022 में इसे 33.48 करोड़ रुपये, वित्त वर्ष 2023 में 33.48 करोड़ रुपये और वित्त वर्ष 2024 में 64.63 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हुआ। पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की बात करें तो अप्रैल-दिसंबर 2024 में इसे 1.94 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा और 68.97 करोड़ रुपये का रेवेन्यू हासिल हो चुका है।

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