Tata Motors Demerger: ऑटो सेक्टर की बड़ी कंपनियों में शामिल टाटा मोटर्स (Tata Motors) जल्द ही अब दो कंपनियों में बंटने वाली है। जिससे अब टाटा मोटर्स आने वाले दिनों में दो अलग-अलग लिस्टेड कंपनियों में दिखाई देगी। टाटा मोटर्स का ये डीमर्जर अपने शेयरधारकों के लिए वैल्यू प्रोवाइड करने के लिए है। टाटा मोटर्स के निदेशक मंडल ने एक रणनीतिक कदम उठाते हुए कंपनी को दो अलग-अलग संस्थाओं में डीमर्जर करने की मंजूरी दे दी है।
इसके तहत पहली इकाई कमर्शियल व्हीकल कारोबार पर ध्यान केंद्रित करेगी, जिसमें वाणिज्यिक वाहन और संबंधित निवेश शामिल होंगे। दूसरी इकाई पैसेंजर व्हीकल (पीवी) व्यवसाय के इर्द-गिर्द घूमेगी जिसमें यात्री वाहन, इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) और जगुआर लैंड रोवर (जेएलआर) ब्रांड के साथ-साथ उनके संबंधित निवेश भी शामिल होंगे।
विकास को दिया जाएगा बढ़ावा
मैनेजमेंट का कहना है कि इस डीमर्जर के जरिए विकास को बढ़ावा दिया जाएगा। हाल के वर्षों में टाटा मोटर्स के कमर्शियल व्हीकल और पैसेंजर व्हीकल और जेएलआर सेगमेंट ने विशिष्ट रणनीतियों को सफलतापूर्वक लागू करते हुए मजबूत प्रदर्शन दिखाया है। 2021 से ये व्यवसाय अपने संबंधित सीईओ के नेतृत्व में काम कर रहे हैं।
पैसेंजर व्हीकल बिजनेस के बढ़ने की संभावना
कंपनी के मैनेजमेंट का कहना है कि इस कदम से शेयरधारकों के लिए वैल्यू अनलॉक होगी। विशेष रूप से कमर्शियल व्हीकल्स को इसका फायदा मिलेगा। इसके साथ ही पैसेंजर व्हीकल में EV सेक्टर पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। माना जा रहा है कि डीमर्जर के बाद पैसेंजर व्हीकल बिजनेस के कई गुना बढ़ने की संभावना है। साथ ही डीमर्जर के बाद स्टॉक में तेजी की संभावना है।
4 मार्च सोमवार को टाटा मोटर्स के स्टॉक में मामूली तेजी देखने को मिली। शेयर 0.55 रुपये (0.056%) की तेजी के साथ 988.90 रुपये पर बंद हुआ। शेयर का 52 वीक हाई प्राइज 995 रुपये है और इसका 52 वीक लो प्राइज 400.45 रुपये है। वहीं पिछले एक साल में शेयर की ओर से अपने निवेशकों को 125% का रिटर्न दिया गया है।
डिस्क्लेमर: यूजर्स को मनीकंट्रोल की सलाह है कि निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।