Loser IPO of 2025: इस साल आईपीओ मार्केट में काफी रौनक रही और खुदरा निवेशकों ने भी ताबड़तोड़ पैसे लगाए। कुछ आईपीओ में तो उनके लिए 75% तक हिस्सा रिजर्व रहा। हालांकि कुछ आईपीओ में निवेश ने खुदरा निवेशकों को करारा झटका दे दिया क्योंकि इनके शेयर अभी आईपीओ प्राइस से नीचे भाव पर हैं। इनमें से कुछ ने तो लिस्टिंग के दिन ही अंदेशा जता दिया था और भारी डिस्काउंट के साथ एंट्री के बाद टूटकर लोअर सर्किट पर आ गए थे तो कुछ ने धमाकेदार एंट्री की तो थी लेकिन इसे कायम नहीं रख सके। यहां इन सभी छह की डिटेल्स दी जा रही है।
हाईवे इंफ्रा के ₹130.00 करोड़ के आईपीओ को ओवरऑल 316 गुना से अधिक बोली मिली थी। इसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित 40% हिस्से को 164 गुना से अधिक बिड्स मिली। इस इश्यू के तहत आईपीओ निवेशकों को ₹70 के भाव पर शेयर मिले थे जिसकी घरेलू स्टॉक मार्केट में 12 अगस्त 2025 को करीब 67% प्रीमियम पर एंट्री हुई थी और यह लिस्टिंग के बाद उछलकर यह अपर सर्किट पर चला गया था। फिलहाल यह ₹64.80 पर है यानी कि आईपीओ निवेशक अब 7% से अधिकलघाटे में हैं।
पटेल रिटेल के ₹242.66 करोड़ के आईपीओ को ओवरऑल 95 गुना से अधिक बोली मिली थी। इसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित करीब 45% हिस्से को 42 गुना से अधिक बिड्स मिली। इस इश्यू के तहत आईपीओ निवेशकों को ₹255 के भाव पर शेयर मिले थे जिसकी घरेलू स्टॉक मार्केट में 26 अगस्त 2025 को करीब 19% प्रीमियम पर एंट्री हुई थी लेकिन लिस्टिंग के बाद टूटकर यह लोअर सर्किट पर आ गया था। फिलहाल यह करीब ₹238 पर है यानी कि आईपीओ निवेशक अब 7% घाटे में हैं।
बीएमडब्ल्यू वेंचर्स के ₹231.66 करोड़ के आईपीओ को ओवरऑल 1.50 गुना बोली मिली थी। इसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित 75% हिस्से को 0.99 गुना ही बोली मिली यानी कि यह ओवरसब्सक्राइब नहीं हो सका। इस इश्यू के तहत आईपीओ निवेशकों को ₹99 के भाव पर शेयर मिले थे जिसकी घरेलू स्टॉक मार्केट में 1 अक्टूबर 2025 को करीब 21% डिस्काउंट पर एंट्री हुई थी और लिस्टिंग के टूटकर यह लोअर सर्किट पर आ गया था। फिलहाल यह करीब ₹65 पर है यानी कि आईपीओ निवेशक अब 31% से अधिक घाटे में हैं।
ओम फ्रेट फारवर्डर्स के ₹122.31 करोड़ के आईपीओ को ओवरऑल 3 गुना से अधिक बोली मिली थी। इसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित 47% हिस्से को ढाई गुना से अधिक बिड्स मिली। इस इश्यू के तहत आईपीओ निवेशकों को ₹135 के भाव पर शेयर मिले थे जिसकी घरेलू स्टॉक मार्केट में 8 अक्टूबर 2025 को करीब 39% डिस्काउंट पर एंट्री हुई थी लेकिन कमजोर लिस्टिंग के बाद उछलकर यह अपर सर्किट पर चला गया था। फिलहाल यह ₹90 पर है यानी कि आईपीओ निवेशक अब 33% से अधिक घाटे में हैं।
ग्लोटिस के ₹307.00 करोड़ के आईपीओ को ओवरऑल 2 गुना से अधिक बोली मिली थी। इसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित 40% हिस्से को करीब डेढ़ गुना बिड्स मिली। इस इश्यू के तहत आईपीओ निवेशकों को ₹129 के भाव पर शेयर मिले थे जिसकी घरेलू स्टॉक मार्केट में 7 अक्टूबर 2025 को करीब 34% डिस्काउंट पर एंट्री हुई थी लेकिन कमजोर लिस्टिंग के बाद इसने रिकवरी की कोशिश की थी। फिलहाल यह करीब ₹67 पर है यानी कि आईपीओ निवेशक अब 48% घाटे में हैं।
‘Kamdhenu NXT’ ब्रांड की सरिया कंपनी वीएमएस टीएमटी के ₹148.50 करोड़ के आईपीओ को ओवरऑल 102 गुना से अधिक बोली मिली थी। इसमें खुदरा निवेशकों के लिए आरक्षित 50% हिस्से को करीब 48 गुना बिड्स मिली। इस इश्यू के तहत आईपीओ निवेशकों को ₹99 के भाव पर शेयर मिले थे जिसकी घरेलू स्टॉक मार्केट में 24 सितंबर 2025 को करीब 6% प्रीमियम पर एंट्री हुई थी लेकिन फिर टूटकर यह लोअर सर्किट पर आ गया था। फिलहाल यह करीब ₹62 पर है यानी कि आईपीओ निवेशक अब 37% से अधिक घाटे में हैं।
डिस्क्लेमर: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।