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Mphasis के शेयर करीब 6% टूटे, कंपनी ने कहा- H-1B वीजा का हम पर असर नहीं, AI पर कर रहे फोकस

Mphasis Share Price: आईटी सेक्टर की कंपनी एमफैसिस लिमिटेड (Mphasis Ltd) का कहना है कि अमेरिकी सरकार की ओर से H-1B वीजा नियमों में किए गए बदलावों का उसके कारोबार और वित्तीय प्रदर्शन पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। हालांकि इसके बावजूद कंपनी के शेयर आज 22 सितंबर को शुरुआती करीब 5.9% गिरकर 2,817 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर आ गए

Edited By: Vikrant singhअपडेटेड Sep 22, 2025 पर 9:45 AM
Mphasis के शेयर करीब 6% टूटे, कंपनी ने कहा- H-1B वीजा का हम पर असर नहीं, AI पर कर रहे फोकस
Mphasis Share Price: साल 2025 में अब तक एमफैसिस ने H-1B वीजा के लिए केवल 130 आवेदन किए हैं

Mphasis Share Price: आईटी सेक्टर की कंपनी एमफैसिस लिमिटेड (Mphasis Ltd) का कहना है कि अमेरिकी सरकार की ओर से H-1B वीजा नियमों में किए गए बदलावों का उसके कारोबार और वित्तीय प्रदर्शन पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। हालांकि इसके बावजूद कंपनी के शेयर आज 22 सितंबर को शुरुआती करीब 5.9% गिरकर 2,817 रुपये प्रति शेयर के स्तर पर आ गए।

कंपनी ने शेयर बाजारों को भेजे एक बयान में कहा कि उसके पास H-1B वीजा की बहुत कम फाइलिंग होती है और इसके कर्मचारियों के कुल संख्या में H-1B वीजाधारकों की संख्या बहुत कम है। साल 2025 में अब तक एमफैसिस ने केवल 130 कर्मचारियों के लिए H-1B वीजा आवेदन किए हैं, जिनमें से 78 को मंजूरी मिली है।

Mphasis का यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने H-1B वीजा आवेदन के साथ $1,00,000 (करीब 88 लाख रुपये) की भारी-भरकम अनिवार्य फीस जमा करने का नियम लागू कर दिया। पहले यह फीस महज कुछ हजार डॉलर ही थी। यह नियम 21 सितंबर से प्रभावी हो गया है।

एक सीनियर अमेरिकी अधिकारी ने साफ किया कि यह बढ़ी हुई फीस केवल नई लॉटरी पिटिशन पर लागू होगी और पहले से मौजूद वीजाधारकों पर इसका कोई असर नहीं होगा।

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