IT stocks : एनालिस्ट्स की राय है कि आईटी सेक्टर में वित्त वर्ष 2024 की दूसरी तिमाही में अधिकांश वर्टिकल्स की विकास दर निचले स्तर सुधरने की संभावना है, जबकि मार्जिन में गिरावट देखने को मिल सकती है। हाल में जारी अपने एक नोट में एचएसबीसी ने कहा है कि दूसरी तिमाही में आईटी के अधिकांश सेगमेंट में निचले स्तरों से सुधार आता दिखेगा। हाई-टेक और मैन्युफैक्चरिंग जैसे सेगमेंट में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिलेगी। आईटी सेक्टर में धीरे-धीरे तेजी आ रही है। बाजार पहले से ही इसका अंदाजा लगा चुका है। हालांकि एचएसबीसी को मार्जिन में गिरावट का जोखिम दिख रहा है, जबकि अधिकांश फंड अभी भी आईटी पर अंडरवेट हैं।
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की राय
इस बीच, कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने कहा है कि उसे वित्त वर्ष 2025 में कुछ बड़ी आईटी कंपनियों के रेवेन्यू में 9-10 फीसदी की तेजी की उम्मीद है। इस रिकवरी में हाल ही में किए गए मेगा डील्ड में बढ़त और एक मजबूत पाइपलाइन का सबसे बड़ा योगदान होगा। कोटक का ये भी कहना है कि जो कंपनियां लागत को कम रखते हुए अपना ट्रांस फॉर्मेशन करने में सफल रहेंगी वही सबसे बेहतर स्थिति में रहेंगी। आईटी सेक्टर में कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की टॉप पिक्स में Infosys, TCS और HCLTech शामिल हैं।
आज के कारोबारी सत्र में एनएसई पर Infosys 0.10 फीसदी की गिरावट के साथ 1490.25 पर बंद हुआ है। वहीं, TCS 0.10 अंक की गिरावट के साथ 3606 रुपए पर और HCL Tech 0.89 फीसदी की गिरावट के साथ 1293.40 रुपए पर बंद हुआ है।
निराशाजनक रहे थे Q1में भारतीय आईटी कंपनियों के नतीजे
Q1में भारतीय आईटी कंपनियों के नतीजे निराशाजनक रहे थे। कंपनियों की टिप्पणियों में अनिश्चित मांग के माहौल, गैर जरूरी खर्च में कटौती, प्रोजेक्टस में देरी और कर्मचारियो की संख्या में गिरावट की जानकारी दी गई थी। आईटी इंडस्ट्री उच्च ब्याज दरों और अपने प्रमुख बाजारों अमेरिका और यूरोप में मंदी की चिंता जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
देश की टॉप फाइव आईटी कंपनियों की रेवेन्यू में वित्त वर्ष 2023-24 पहली तिमाही में तिमाही आधार पर कॉन्सटेंट करेंसी बेसिस पर -2.8 से 1 फीसदी की बढ़त देखने को मिली थी। जबकि वित्त वर्ष 2022-23 के पहली तिमाही में ये ग्रोथ हाई सिंगल डिजिट और डबल डिजिट में रही थी। सबसे बड़ा झटका तो इंफोसिस से मिला था। इसने वित्त वर्ष 2023-24 के अपने ग्रोथ गाइडेंस को 4-7 फीसदी से घटा कर 1-3.5 फीसदी कर दिया था।
बताते चलें कि इस साल अब तक निफ्टी आईटी इंडेक्स में करीब 14 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। जबकि इसी अवधि में निफ्टी में 9 फीसदी की तेजी आई है।
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