ITC Hotels Share: आईटीसी होटल्स लिमिटेड के शेयर को सेंसेक्स-30 और बीएसई के 22 दूसरे इंडेक्सों से आज 5 फरवरी को बाहर कर दिया गया। यह बदलाव शेयर बाजार खुलने से पहले ही लागू हो गया था, जिसके चलते आज कई निवेशकों की रणनीतियों पर असर पड़ सकता है। BSE ने एक बयान में कहा, "चूंकि ITC होटल्स के शेयर ने कट-ऑफ समय तक लोअर सर्किट नहीं मारा, ऐसे में इसे बुधवार से सभी BSE इंडेक्स से हटा दिया गया है।"
बता दें कि ITC से अलग होने के बाद ITC होटल्स को अस्थायी रूप से NSE निफ्टी 50 और BSE सेंसेक्स में शामिल किया गया था, ताकि पैसिव निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को रीबैलेंस करने के लिए समय मिल सके। Sensex से बाहर होने के बाद, इंडेक्स फंड्स ने इसके ₹400 करोड़ से अधिक के शेयर बेच दिए। इसके अलावा, NSE निफ्टी से हटाए जाने के बाद ₹700 करोड़ तक की बिकवाली और होने की संभावना है।
शेयर प्राइस और हालिया परफॉर्मेंस
ITC होटल्स के शेयरों की 29 जनवरी को NSE पर 180 रुपये और BSE पर 188 रुपये के भाव पर लिस्टिंग हुई थी। यह लिस्टिंग इसके इंप्लाइड प्राइस 260 रुपये प्रति शेयर से करीब 31% की छूट पर हुई। यह लिस्टिंग बिना IPO के हुई, क्योंकि यह ITC लिमिटेड के होटल बिज़नेस के डिमर्जर का हिस्सा था।
ITC Hotels का डिमर्जर और शेयरहोल्डिंग पैटर्न
ITC लिमिटेड ने पिछले साल अपने होटल बिजनेस को अलग करके एक नई सूचीबद्ध कंपनी बनाने का फैसला किया था, जिससे शेयरहोल्डर्स को अधिक मूल्य मिल सके। इसका डिमर्जर रेशियो 1:10 तय किया गया था। यानी, अगर किसी निवेशक के पास 6 जनवरी 2025 तक आईटीसी के 10 शेयर थे, तो उसे ITC Hotels का 1 शेयर मिला।
डिमर्जर स्कीम के तहत, ITC होटल्स के 60% शेयर ITC के मौजूदा शेयरहोल्डर्स को मिले और बाकी 40% हिस्सेदारी ITC लिमिटेड के पास बनी रही।
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