अमेरिकी ट्रेडिंग प्लेटफार्म जेन स्ट्रीट (Jane Street) और इससे जुड़ी एंटिटीज ने दो साल में भारतीय मार्केट में इंडेक्स डेरिवेटिव्स की ट्रेडिंग से ₹36000 करोड़ का मुनाफा कमाया। यह खुलासा बाजार नियामक सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के अंतरिम आदेश से हुआ है। सेबी ने अंतरिम आदेश के तहत फिलहाल जेन स्ट्रीट और इससे जुड़ी एंटिटीज के भारतीय सिक्योरिटीज मार्केट में एंट्री करने पर रोक लगा दिया है। सेबी का यह आदेश 3 जुलाई की तारीख में जारी हुआ है। सेबी के अंतरिम आदेश के मुताबिक इन एंटिटीज में से चार ने 1 जनवरी से 31 मार्च 2025 तक कुल मिलकर ₹36500 करोड़ से अधिक मुनाफा बनाया। इंडेक्स डेरिवेटिव्स का मतलब निफ्टी, बैंक निफ्टी, सेंसेक्स और बैंकेक्स जैसे इंडेक्स के डेरिवेटिव्स की पोजिशन लेना है।
क्या कहना है Jane Street का?
सेबी का कहना है कि जेन स्ट्रीट और इससे जुड़ी एंटिटीज ने 2 साल में भारतीय मार्केट में इंडेक्स डेरिवेटिव ट्रेडिंग से ₹36000 करोड़ से अधिक का मुनाफा कमाया। भारतीय सिक्योरिटीज मार्केट की वाचडॉग सेबी के आदेश के मुताबिक जेन स्ट्रीट का अवैध तरीके से कमाया हुआ ₹4843 करोड़ का मुनाफा जब्त किया जाएगा। ये पैसे जेन स्ट्रीट को एक तय किया गए कमर्शियल बैंक में खोले गए एस्क्रो अकाउंट में जमा करना होगा। इसे पूरे मामले में जेन स्ट्रीट का कहना है कि सेबी के अंतरिम आदेश में जो बातें सामने आई हैं, उससे वह सहमत नहीं है और इसे लेकर वह सेबी के साथ आगे की बातचीत जारी रखेगी।
दो साल में इंडिविजुअल निवेशकों ने गंवाए ₹1.8 लाख करोड़
सेबी ने पिछले साल एक स्टडी जारी की थी, जिसमें सामने आया था कि इंडेक्स डेरिवेटिव्स में विदेशी हेज फंडों ने जमकर पैसा बनाया जबकि इंडिविजुअल ट्रेडर्स ने खूब पैसे गंवाए। फ्यूचर्स एंड ऑप्शंस (F&O) में ट्रेडिंग करने वाले 10 में से 9 ट्रेडर्स को घाटा उठाना पड़ा। दो साल के इंडिविजुअल ट्रेडर्स को ₹1.8 लाख करोड़ का नुकसान सहना पड़ा।