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JD Cables IPO Listing: एंट्री करते ही ₹152 का शेयर लोअर सर्किट पर, 5% का लिस्टिंग गेन खत्म

JD Cables IPO Listing: जेडी केबल्स पावर ट्रांसमिशन और डिस्ट्रीब्यूशन सेक्टर के लिए हाई क्वालिटी के केबल्स और कंडक्टर्स बनाती है। अब इसके शेयर लिस्ट हुए हैं। इसके आईपीओ के तहत नए शेयर जारी हुए हैं और ऑफर फॉर सेल के तहत भी शेयरों की बिक्री हुई है। चेक करें कंपनी की कारोबारी सेहत कैसी है और आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल कंपनी कैसे करेगी?

Edited By: Jeevan Deep Vishawakarmaअपडेटेड Sep 25, 2025 पर 4:34 PM
JD Cables IPO Listing: एंट्री करते ही ₹152 का शेयर लोअर सर्किट पर, 5% का लिस्टिंग गेन खत्म
JD Cables IPO Listing: जेडी केबल्स का ₹95.99 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 18-22 सितंबर तक खुला था। आज इसके शेयरों की लिस्टिंग हुई है।

JD Cables IPO Listing: हाई क्वालिटी के केबल्स और कंडक्टर्स बनाने वाली जेडी केबल्स के शेयरों की आज BSE SME पर 5% से अधिक प्रीमियम पर एंट्री हुई। इसके आईपीओ को निवेशकों का धांसू रिस्पांस मिला था और ओवरऑल इसे 127 गुना से अधिक बोली मिली थी। आईपीओ के तहत ₹152 के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज BSE SME पर इसकी ₹160.00 पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 5.26% का लिस्टिंग गेन (JD Cables Listing Gain) मिला। हालांकि आईपीओ निवेशकों की खुशी थोड़ी ही देर में फीकी हो गई जब शेयर टूट गए। टूटकर यह ₹152 (JD Cables Share Price) के लोअर सर्किट पर आ गया। निचले स्तर पर रिकवरी के साथ ही दिन के आखिरी में यह ₹157.90 पर बंद हुआ है यानी कि पहले कारोबारी दिन की समाप्ति पर आईपीओ निवेशक 3.88% मुनाफे में हैं।

JD Cables IPO के पैसे कैसे होंगे खर्च

जेडी केबल्स का ₹95.99 करोड़ का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 18-22 सितंबर तक खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों का धांसू रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 127.78 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (QIB) के लिए आरक्षित हिस्सा 125.44 गुना (एक्स-एंकर), नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (NII) का हिस्सा 179.28 गुना और खुदरा निवेशकों का हिस्सा 106.89 गुना भरा था।

इस आईपीओ के तहत ₹84.41 करोड़ के नए शेयर जारी हुए हैं। इसके अलावा ₹10 की फेस वैल्यू वाले 7,61,600 शेयर ऑफर फॉर सेल विंडो के तहत बिके हैं। ऑफर फॉर सेल का पैसा तो शेयर बेचने वाले शेयरहोल्डर्स को मिला है। वहीं नए शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों में से ₹26.00 करोड़ कर्ज हल्का करने, ₹45.00 करोड़ वर्किंग कैपिटल की जरूरतों और बाकी पैसे आम कॉरपोरेट उद्देश्यों पर खर्च होंगे।

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