उतारचढ़ाव वाले मार्केट्स में भी जेएसडब्ल्यू एनर्जी के शेयरों का प्रदर्शन अच्छा रहा है। कंपनी के पास अच्छा कैश है। इस पर कर्ज का बोझ कम है। हाल में जेएसडब्ल्यू एनर्जी ने कुछ कंपनियों का अधिग्रहण किया है। इसमें ओ2 पावर का अधिग्रहण शामिल है। जेएसडब्ल्यू एनर्जी की सब्सिडियरी जेएसडब्ल्यू नियो एनर्जी ने 9 अप्रैल को अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो जाने का ऐलान किया। इस अधिग्रहण पर 12,468 रुपये खर्च हुए हैं। ओ2 पावर एक रिन्यूएनबल एनर्जी कंपनी है, जिसकी उत्पादन क्षमता 4,696 मेगावॉट है।
रिन्यूएबल एनर्जी पर ज्यादा फोकस
इस निवेश में 2.3 GW की क्षमता शामिल है, जिसके जून 2025 तक चालू हो जाने की उम्मीद है। JSW Energy ने कैपिटल एक्सपेंडिचर का टारगेट घटाकर 10,000 रुपये कर दिया है। पहले उसने 15,000 रुपये का टारगेट तय किया था। इसकी वजह यह है कि कंपनी ने अधिग्रहण के लिए ज्यादा फंड एलोकेट किया है। अधिग्रहण से कंपनी को बेहतर रिटर्न हासिल करने, एफिशियंसी बढ़ाने और ग्रुप कंपनियों के बीच सिनर्जी बढ़ाने में मदद मिलेगी।
2030 तक 20GW उत्पादन का लक्ष्य
जेएसडब्ल्यू एनर्जी पावर सेक्टर की बड़ी कंपनी के रूप में उभर रही है। इसकी बैलेंसशीट स्ट्रॉन्ग है। रिन्यूएनबल और थर्मल पावर सेगमेंट में इसके पास काफी अच्छे ऑपरेशनल एसेट्स हैं। O2 Power के अधिग्रहण से पहले जेएसडब्ल्यू की ऑपरेशनल कैपिसिटी 10,000 MW थी। कंपनी साल 2030 तक ऑपरेशनल कैपिसिटी बढ़ाकर 20GW करना चाहती है। लेकिन, कंपनी जिस तरह से अपनी क्षमता बढ़ा रही है, उससे यह लक्ष्य काफी पहले हासिल हो जाने की उम्मीद है।
शॉर्ट टर्म में कुछ दबाव दिख सकता है
कंपनी अपने एसेट्स जिस तरह से बढ़ा रही है, उससे अर्निंग्स बढ़ाने में काफी मदद मिल सकती है। अगर 2028 तक कंपनी की कैपिसिटी 20GW तक हो जाती है तो इसका सालाना EBITDA करीब 20,000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। FY2024 में कंपनी का EBITDA 5,300 करोड़ रुपये था। हालांकि, मार्केट की स्थितियों और रेगुलेटरी एडजस्टमेंट को देखते हुए शॉर्ट टर्म में अर्निंग्स पर कुछ दबाव का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन, लंबी अवधि में बेहतर अर्निंग्स की उम्मीद है।
अभी कंपनी के स्टॉक में FY27 की अनुमानित अर्निंग्स के करीब 29 गुना पर ट्रेडिंग हो रही है। इसमें कंपनी के 4,000-5,000 कैश रिजर्व, एक्सपैंशन प्लान और रिन्यूएबल एनर्जी सेगमेंट में बढ़ती मौजूदगी का बड़ा हाथ है। रिन्यूएबल एनर्जी एक्सपैंशन और स्ट्रेटेजिक एक्विजिशन से अगले साल कंपनी का प्रदर्शन काफी बेहतर रह सकता है। 15 अप्रैल को कंपनी का स्टॉक 3.7 फीसदी के उछाल के साथ 512.25 रुपये पर चल रहा था। इस साल यह स्टॉक 20.49 फीसदी टूटा है।