Kaushalya Infrastructure Shares: कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्प लिमिटेड के शेयरों में चौथी तिमाही के नतीजों के बाद गुरुवार 1 जून को लगातार दूसरे दिन 20% का अपर सर्किट लगा। कारोबार के अंत में कंपनी के शेयर बीएसई पर 20 फीसदी बढ़कर 5.76 रुपये के भाव पर बंद हुए। यह 7 दिसंबर 2022 के बाद इसका अबतक का सबसे उच्च स्तर है। सिर्फ पिछले 2 दिन में कंपनी के शेयर करीब 44 फीसदी चढ़ चुके हैं। कंपनी के शेयरों में यह तेजी चौथी तिमाही के नतीजों के ऐलान के बाद आया है। कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर ने बताया कि मार्च तिमाही में उसका शुद्ध मुनाफा कई गुना बढ़कर 15.17 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1.91 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने बताया कि मुनाफे में इस उछाल के पीछे मुख्य वजह उसके सहयोगी कंपनियों की ओर से रेवेन्यू शेयरिंग के तौर पर निवेश की बिक्री से मिला लाभ है। इसके चलते कंपनी की अपने सहयोगियों में निवेश की वैल्यू 16.99 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई है। हांलाकि कंपनी ने अपनी सब्सिडियरी और ज्वाइंट वेंचर्स की अर्निंग से मिले हिस्से के बारे में अलग-अलग कोई जानकारी नहीं दी है।
कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्प लिमिटेड की तीन सब्सिडियरी कंपनियां हैं - बंगाल केडीसी हाउसिंग डेवलपमेंट, केडीसी निर्माण लिमिटेड, और कौशल्या एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड। इसकी एक स्टेप-सब्सिडियरी कंपनी भी है, जिसका नाम अजूर सोलर केडीसी प्राइवेट लिमिटेड है। इसके अलावा, कंपनी के चार ज्वाइंट वेंचर और एसोसिएट्स हैं। इसमें ओरियन अबासन प्राइवेट लिमिटेड, कौशल्या निर्माण प्राइवेट लिमिटेड, कौशल्या टाउनशिप प्राइवेट लिमिटेड और किडको NACC शामिल है।
ओरियन अबासन में कंपनी की 48% से अधिक हिस्सेदारी है जबकि कौशल्या निरमा में इसकी 46 प्रतिशत हिस्सेदारी है। कौशल्या टाउनशिप में इसकी 48.7% हिस्सेदारी है जबकि किडको NACC में 90 प्रतिशत हिस्सेदारी है।
कौशल्या इंफ्रास्ट्रक्चर ने बताया कि मार्च तिमाही में उसका रेवेन्यू करीब 32.78% गिरकर 3.22 रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 4.79 लाख रुपये था। पूरे वित्त वर्ष 2023 में कंपनी का कंसॉलिडेटेड शु्द्ध मुनाफा 15.46 करोड़ रुपये रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 42.77 लाख रुपये था। इसके अलावा वित्त वर्ष 23 में कंपनी की रेवेन्यू 9.52 प्रतिशत घटकर 12.44 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष में 13.75 करोड़ रुपये था।
स्टैंडअलोन आधार पर, कंपनी ने मार्च तिमाही में 1.43 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया है, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष में इसी तिमाही में उसे 1.75 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। पूरे वित्त वर्ष 2023 में कंपनी 1.77 करोड़ रुपये का घाटा हुआ, जबकि पिछले साल उसे 6.33 लाख रुपये का मुनाफा हुआ था।