Kaynes Tech Share Price: खरीदारी के माहौल में आज इंटीग्रेटेड इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग कंपनी कीन्स टेक के शेयरों में बिकवाली का भारी दबाव दिखा। यह दबाव इसलिए आया क्योंकि घरेलू ब्रोकरेज फर्म कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज की रिपोर्ट में कीन्स टेक की स्टैंडएलोन एंटिटी और इसकी अहम सब्सिडरीज में कंपनी के रिलेटेड-पार्टी खुलासे में अनियमितताओं से जुड़ी चिंता का जिक्र किया गया है। इसके चलते कीन्स टेक के शेयर धड़ाम हो गए। बिकवाली का दबाव इतना तेज रहा कि निचले स्तर पर खरीदारी के बावजूद शेयर संभल नहीं पाए। आज बीएसई पर यह 6.17% की गिरावट के साथ ₹4978.60 पर बंद हुआ है। इंट्रा-डे में यह 6.90% फिसलकर ₹4940.25 तक आ गया था।
Kaynes Tech को लेकर क्या है कोटक की रिपोर्ट में?
कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने अपने नोट में लिखा है कि उसने कीन्स टेक, कीन्स इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग और इसकी सब्सिडरी इस्क्रामेको (Iskraemeco) की तरफ से वित्त वर्ष 2025 में किए गए खुलासों में कई खामियां पाई हैं। ब्रोकरेज फर्म के मुताबिक इस्क्रामेको की फाइलिंग के मुताबिक कीन्स इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग से इसने ₹180 करोड़ की खरीदारी की है लेकिन यह लेन-देन कीन्स इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को खुद के रिलेटेड पार्टी डिस्क्लोजर में नहीं दिख रहा है।
इसके अलावा इस्क्रामेको की तरफ से कीन्स टेक को ₹320 करोड़ और कीन्स इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग को ₹180 करोड़ के पेएबल तो कीन्स टेक्नोलॉजी से इसे ₹190 करोड़ के रिसीवेबल्स का जिक्र मिला। कोटक का कहना है कि दूसरी तरफ कीन्स टेक या कीन्स इलेक्ट्रॉनिक्स मैन्युफैक्चरिंग के संबंधित खुलासों में नहीं दिखा। कोटक का कहना है कि इस्क्रामेको के लगभग सभी मौजूदा रिसीवेबल्स इसकी पैरेंट कंपनी से बकाया दिखाई गई है जिसमें से ₹45.8 करोड़ एक साल से अधिक समय से बकाया हैं। ब्रोकरेज फर्म का कहना है कि इन खामियां की गहराई से जांच करने की जरूरत है।
अब तक कैसी रही शेयरों की चाल?
कीन्स टेक्नोलॉजी के शेयरों की घरेलू स्टॉक मार्केट में करीब तीन साल पहले एंट्री हुई थी। इसके ₹857 करोड़ के आईपीओ के तहत ₹587 के भाव पर शेयर जारी हुए थे जिसकी 22 नवंबर 2022 को लिस्टिंग हुई थी। इसके आईपीओ को निवेशकों का अच्छा रिस्पांस मिला था और ओवरऑल यह 34.16 गुना सब्सक्राइब हुआ था। एक साल में इसके शेयरों के चाल की बात करें तो इस साल 1 जनवरी 2025 को यह ₹7824.95 के रिकॉर्ड हाई पर पहुंच गया था। इस रिकॉर्ड हाई लेवल से यह एक ही महीने में 50.99% फिसलकर ₹3835.00 पर आ गया जोकि इसके शेयरों के लिए एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर है।
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