Get App

Konstelec Engineers IPO Listing: लिस्टिंग पर तीन गुना बढ़ा पैसा, ISRO-NTPC के सप्लायर की धांसू लिस्टिंग

Konstelec Engineers IPO Listing: इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रैक्टर कोंस्टेलेक इंजीनियर्स (Konstelec Engineers) के शेयरों की आज NSE SME पर धांसू एंट्री हुई। खुदरा निवेशकों के दम पर इसका आईपीओ 341 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत सिर्फ नए शेयर जारी हुए हैं। यह बड़ी-बड़ी कंपनियों को सर्विसेज मुहैया कराती है। चेक करें कि आईपीओ के पैसों का कैसे इस्तेमाल होगा?

Edited By: Moneycontrol Newsअपडेटेड Jan 30, 2024 पर 5:04 PM
Konstelec Engineers IPO Listing: लिस्टिंग पर तीन गुना बढ़ा पैसा, ISRO-NTPC के सप्लायर की धांसू लिस्टिंग
Konstelec Engineers IPO Listing: कोंस्टेलेक इंजीनियर्स इलेक्ट्रिल इंस्टॉलेशन, सोलर प्लांट इंस्टॉलेशन, इंस्ट्रूमेंशन और ऑटोमेशन से जुड़ी सर्विसेज मुहैया कराती है। आज इसके शेयरों की NSE SME पर एंट्री हुई है।

Konstelec Engineers IPO Listing: इलेक्ट्रिकल कॉन्ट्रैक्टर कोंस्टेलेक इंजीनियर्स (Konstelec Engineers) के शेयरों की आज NSE SME पर धांसू एंट्री हुई। खुदरा निवेशकों के दम पर इसका आईपीओ 341 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुआ था। आईपीओ के तहत निवेशकों को 70 रुपये के भाव पर शेयर जारी हुए हैं। आज NSE SME पर इसकी 210 रुपये के भाव पर एंट्री हुई है यानी कि आईपीओ निवेशकों को 200 फीसदी का लिस्टिंग गेन (Konstelec Engineers Listing Gain) मिला। लिस्टिंग के बाद शेयर और उछल गए। उछलकर यह 220.50 रुपये (Konstelec Engineers Share Price) के अपर सर्किट पर पहुंच गया  और इसी पर बंद भी हुआ है यानी कि पहले दिन आईपीओ निवेशक 215 फीसदी मुनाफे में हैं।

Konstelec Engineers IPO को मिला था जबरदस्त रिस्पांस

कोंस्टेलेक इंजीनियर्स का 28.70 करोड़ रुपये का आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 19-24 जनवरी तक खुला था। खुदरा निवेशकों के दम पर इस आईपीओ को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ओवरऑल 341.80 गुना सब्सक्राइब हुआ था। क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स के लिए आरक्षित हिस्सा 113.80 गुना, नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स का हिस्सा 421.36 गुना, खुदरा निवेशकों का 437.67 गुना भरा था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 2.24 करोड़ रुपये के 41 लाख नए शेयर जारी हुए हैं। इन शेयरों के जरिए जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल वर्किंग कैपिटल की जरूरतों, आम कॉरपोरेट उद्देश्यों और इश्यू से जुड़े खर्चों को भरने में होगा।

सब समाचार

+ और भी पढ़ें