First Water Capital के कुणाल भक्त ने मनीकंट्रोल के साथ बाजार की आगे की दशा और दिशा पर लंबी बातचीत की । इस बातचीत में उन्होंने कहा कि ग्लोबल इक्विटी मार्केट से जुड़े जोखिमों से हम भी सुरक्षित नहीं है। ऐसे में बाजार एक बार फिर से जून के निचले स्तर से छूने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।
आरबीआई ने अभी तक काफी सोच-समझकर कदम उठाए हैं और आगे भी वह विवेकपूर्ण तरीके से भारत की मौद्रिक नीति तय करता रहेगा। कैपिटल मार्केट का 15 सालों का अनुभव रखने वाले कुणाल भक्त ने नतीजों के मौसम पर बात करते हुए कहा कि सितंबर तिमाही के नतीजे मिले-जुले रहेंगे। 30 सितंबर को खत्म हुई तिमाही में कमोडिटी से जुड़ी कंपनियां का प्रदर्शन नरम रहने की उम्मीद है। वहीं दूसरी तरफ कमोडिटी के यूजर जैसे पाइप और कंस्ट्रक्शन से जुड़ी कंपनियां अच्छा करती नजर आ सकती हैं। इसके अलावा ऑटो और ऑटो एंसिलरी कंपनियों का प्रदर्शन भी अच्छा रह सकता है। इनको कमोडिटी की कीमतों में गिरावट और सेमी कंडक्टर की सप्लाई से जुड़ी दिक्कतों के खत्म होने का फायदा मिलेगा।
देश की इकोनॉमी पर अपनी राय रखते हुए उन्होने कहा कि भारत की इकोनॉमी काफी मजबूत रही है। उन्होंने यह भी कहा कि भारत की इकोनॉमी बगैर किसी बड़े नुकसान के वर्तमान ग्लोबल चुनौतियों से निपटने के लिए सक्षम है।
क्या आपको लगता है कि भारत जापान को पछाड़ते हुए 2030 तक दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकोनॉमी बन जाएगा? इस सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि इसमें सवाल इस बात का नहीं है कि भारत ऐसा कर पाएगा या नहीं बल्कि सवाल यह है कि भारत ऐसा कब तक कर पाएगा। इस बात की संभावना नजर आ रही है कि भारत जापान को 2030 तक पछाड़ सकता है।
आईटी शेयरों में क्या खरीदारी शुरू करनी चाहिए? इस सवाल का जवाब देते हुए कुणाल भक्त ने कहा कि आईटी शेयरों में काफी गिरावट आ चुकी है। अब इनका वैल्यूएशन काफी अच्छा नजर आ रहा है। ऐसे में आईटी शेयरों में खरीद शुरू करने का यह सही समय है।
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